औरंगाबाद को मायनारिटी जिला घोषित करे सरकार

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  • कांग्रेस नेता इब्राहिम पठान की मांग

औरंगाबाद. औरंगाबाद शहर व जिले में कुल जनसंख्या में मायनारिटी समाज की आबादी 35 से 40 प्रतिशत है. विशेषकर पूरे मराठवाड़ा संभाग में अल्पसंख्यक समाज की कुल जनसंख्या में 16 से 20 प्रतिशत है. औरंगाबाद जिला मराठवाड़ा की राजधानी है. यहां सबसे अधिक अल्पसंख्यक समाज बसा हुआ है. 

सरकार औरंगाबाद में  अल्पसंख्यक समाज की आबादी को  ध्यान में रखकर औरंगाबाद जिले को मायनारिटी जिला बनाने की मांग कांग्रेस के पूर्व शहराध्यक्ष तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता इब्राहिम पठान ने राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक तथा राज्यमंत्री विश्वजीत कदम को एक ऑनलाइन ज्ञापन भेजकर की.

2 मंत्रियों को भेजा ज्ञापन

दोनों मंत्रियों को भेजे ज्ञापन में कांग्रेस नेता इब्राहिम पठान ने बताया कि औरंगाबाद शहर में मुस्लिम, मारवाडी, क्रिश्चियन समाज की जनसंख्या कुल जनसंख्या में 40 प्रतिशत के करीब है. यह जिला पिछले कई सालों से विकास में पिछडा हुआ है. इस जिले को अल्पसंख्यक जिला घोषित करने के साथ ही इस शहर व जिले के विकास के लिए अल्पसंख्याक विकास निधि दिया जाए. ताकि उस निधि से जिले के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में अधिक से अधिक विकास कार्य हो सके. पठान ने बताया कि औरंगाबाद शहर व जिले में बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यक बस्तियां होने के बावजूद आज तक उन बस्तियों का विकास नहीं हो पाया. जिले की अल्पसंख्यक जनसंख्या को ध्यान में रखकर सरकार ने तत्काल इस जिले को अल्पसंख्यक जिला घोषित करने के साथ ही अल्पसंख्यक विभाग से बड़े पैमाने पर निधि देकर ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर व जिले का विकास करने की मांग कांग्रेस नेता इब्राहिम पठान ने राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक व राज्यमंत्री विश्वजीत कदम को ज्ञापन भेजकर की.