दानवे व भुमरे के घर के सामने मराठा क्रांति ठोक मोर्चा का ढोल बजाओ आंदोलन

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औरंगाबाद. सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में राज्य सरकार ने मराठा समुदाय के लिए शिक्षा व नौकरी में दिए आरक्षण को स्थगिति दी है. यह स्थगिति तत्काल हटाने व आगामी एक सप्ताह में मराठा आरक्षण का अध्यादेश जारी करने की मांग को लेकर मराठा क्रांति ठोक मोर्चा की ओर से गुरुवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री रावसाहाब दानवे व महाराष्ट्र के फलोत्पादन मंत्री संदिपान भुमरे के औरंगाबाद में स्थित घर के सामने ढोल बजाओ आंदोलन किया गया.

मराठा क्रांति ठोक मोर्चा के समन्वयक किरण काले पाटिल ने बताया कि मराठा आरक्षण पर अमलीजामा पहनाने को सुप्रीम कोर्ट ने स्थगिति देते हुए यह प्रकरण 5 जजों के समक्ष वर्ग किया है. इस निर्णय से मराठा समाज के उम्मीदवारों को शिक्षा एवं नौकरी में आर्थिक-सामाजिक  पिछडा प्रवर्ग में आरक्षण न मिलने के कारण मराठा छात्रों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. सरकार आगामी एक सप्ताह में मराठा आरक्षण का अध्यादेश निकाले. आज हमने शांतिपूर्ण ढंग से ढोल बजाओं आंदोलन किया है. उसके बाद मराठा क्रांति ठोक मोर्चा की ओर से राज्य भर कड़ा आंदोलन छेडा जाएगा. 

पुलिस भरती में मराठा समाज को मिले अवसर 

राज्य सरकार द्वारा जल्द ही साढ़े बारह हजार पुलिस कर्मचारियों की भरती की जाएगी. पुलिस भरती में मराठा समाज को अवसर देना, वरना इस भरती को स्थगिति देना, अण्णासाहाब पाटिल आर्थिक विकास महामंडल को निधि देना, सारथी संस्था को जरुरी निधि उपलब्ध कराना, हर जिले में मराठा छात्रावास का निर्माण करना, मराठा आरक्षण के लिए बलिदान दिए परिवार को जाहिर की गई मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देना आदि मांगे आंदोलन कारियों द्वारा की गई. उधर, गुरुवार की सुबह 11 बजे शिवाजी नगर में स्थित केन्द्रीय राज्यमंत्री रावसाहाब दानवे के घर के सामने पहले ढोल बजाओं आंदोलन किया गया. उसके बाद राज्य के फलोत्पादन मंत्री संदिपान भुमरे के घर के सामने आंदोलन किया गया. आंदोलन के दरमियान आंदोलन कारियों ने  राज्य सरकार के खिलाफ घोषणा बाजी की.