जाति जांच प्रमाण पत्र की अवधि 6 माह बढ़ाए

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  • पीपल्स फोरम फॉर सोशल कॉज के सचिव राजेन्द्र दाते पाटिल की मांग

औरंगाबाद. वैद्यकीय स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए जाति जांच व जाति वैधता प्रमाण पत्र जोड़ने के लिए 6 माह की समयावधि बढ़ाने के बारे में निर्देश व्यापक छात्र हित को ध्यान में रखकर तत्काल संबंधितों को दे यह मांग पीपल्स फोरम फॉर सोशल कॉज के सचिव राजेन्द्र दाते पाटिल ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को एक ज्ञापन भेजकर की थी.

इस ज्ञापन  की सीएम ठाकरे ने तत्काल दखल लेकर उसे  अगली कार्रवाई के लिए पब्लिक हेल्थ विभाग के प्रधान सचिव डॉ. संजय मुखर्जी के पास भेजा है, जिससे वैद्यकीय स्नातकोत्तर में प्रवेश लेनेवाले छात्र वर्ग का शैक्षणिक नुकसान टलेगा. इस ज्ञापन के बारे में जानकारी देते हुए राजेन्द्र दाते पाटिल ने बताया कि उन्होंने सरकार को लॉकडाउन काल में निर्माण हुए अड़चनों के चलते जाति प्रमाण पत्र व जाति जांच प्रमाण पत्र उपलब्ध होने में आ रही अड़चनों से अवगत कराया है. जिससे मराठा समाज के कई युवक व युवतियों को प्रवेश मिले स्नातकोत्तर वैद्यकीय विभाग के प्रशासन की ओर से प्रमाण पत्र पेश करने के बारे में सताया जा रहा है.

सीएम से की मांग

 जिससे छात्रों में डर का माहौल है, बल्कि प्रवेश में भी कई दिक्कतें आ रही है. यह समस्या सभी प्रवर्ग के छात्रों के समक्ष आने के बारे में राजेन्द्र दाते पाटिल ने सीएम को भेजे के ज्ञापन के सहारे सरकार का ध्यान आकर्षित किया था. जाति प्रमाण पत्र अथवा जाति वैधता प्रमाण  पत्र इसके लिए प्रवेश के समय 6 माह का समयावधि बढ़ाकर देने की मांग दाते पाटिल ने सीएम ठाकरे से की है. इस मांग को सीएम ठाकरे ने गंभीरता से लेकर आगे की कार्रवाई के लिए उसे पब्ल्कि हेल्थ विभाग के प्रधान सचिव डॉ. संजय मुखर्जी को भेजा है.