औरंगाबाद. राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) और महाविकास आघाडी के प्रमुख नेताओं ने भ्रष्टाचार (Corruption) को बढ़ावा दिया है। पुलिस अधिकारियों को साथ लेकर कई अपराधों में महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल के मंत्री शामिल होने हर दिन नए-नए मामले सामने आ रहे है। गृहमंत्री देशमुख पर हर माह 100 करोड़ रुपए पुलिस विभाग से मांगने के आरोप के बाद यह साफ हो चुका हैं कि ठाकरे सरकार भ्रष्ट है। ऐसे में गृहमंत्री देशमुख ने तत्काल इस्तीफा (Resignation) देने की मांग को लेकर शहर में लॉकडाउन जारी होने के बाद भी सिडको (CIDCO) में स्थित वसंतराव नाइक चौक में भाजपाईयों द्वारा आंदोलन किया। आंदोलन (Protest) का नेतृत्व भाजपा शहराध्यक्ष संजय केणेकर, विधायक अतुल सावे, सांसद डॉ. भागवत कराड ने किया।
आंदोलन के दौरान शहराध्यक्ष संजय केणेकर ने कहा कि महाविकास आघाडी के प्रमुख शरद पवार के आंखों के सामने महाराष्ट्र भ्रष्टाचार के खाई में डूब रहा है। आज राज्य में हर दिन एक-एक मंत्री के नई-नई भ्रष्टाचार और अन्य मामले सामने आ रहे है। इसके बावजूद महाविकास आघाडी सरकार सबको बचा रही है। छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में इस तरह के मामले आज तक सामने नहीं आए थे, जो आज सामने आ रहे है। सरकार के कई मंत्रियों के मामले उजागर होने के बाद भी सीएम ठाकरे और शरद पवार को सबको बचा रहे हैं।
गृहमंत्री का मांगा इस्तीफा
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रुपए वसूली के लिए दिया हुआ टार्गेट महाराष्ट्र के प्रतिमा को कालिख पोतने वाली है। गृहमंत्री के आदेश से ही एपीआई सचिन वजे को पुलिस विभाग में शामिल किया गया। ऐसे भ्रष्टाचारी सरकारी के खिलाफ भाजपा की ओर से आंदोलन कर गृहमंत्री देशमुख का इस्तीफा मांगा गया। आंदोलन के दरमियान भाजपाईयों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रविण घुगे, अनिल मकरिए, महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव सविता कुलकर्णी, पूर्व उपमहापौर लता दलाल, राजेश मेहता, राजू शिंदे, समीर राजूरकर, शिवाजी दांडगे, जालिंदर शेंडगे, रामेश्वर भादवे, प्रविण कुलकर्णी, अरुण पालवे, सिध्दार्थ सालवे, सागर पाले, राहुल रोजतकर, अमृता पालोदकर, संजय चौधरी, मनोज भारस्कर, श्रीकांत घुले, कृणाल मराठे, शालिनी बुंदे, मनीषा मुंडे आदि उपस्थित थे।