Manpa school students will make satellite

Loading

औरंगाबाद. एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल फाउंडेशन (APJ Abdul Kalam National Foundation)की स्पेस रिसर्च इंडिया (Space Research India) के शालेय विज्ञान शोध प्रकल्प के अंतर्गत 100 उपग्रह तैयार किए जाएंगे। यह सभी उपग्रह 7 फरवरी को अंतरिक्ष में छोड़कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए देश भर के 100 छात्रों (students) का चयन किया गया। 

इनमें एएमसी प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में औरंगाबाद महानगरपालिका स्कूल (Aurangabad Municipal Corporation School) के 10 छात्रों का चयन हुआ है। जिन छात्रों का चयन हुआ, उनमें प्रियदर्शनी कालोनी की प्राथमिक स्कूल, हर्सूल में स्थित प्राथमिक स्कूल, मुकुंदवाडी में स्थित प्राथमिक स्कूल और एन-7 में स्थित प्राथमिक स्कूल की सोनाली यादव, सुरज जाधव, गुलनाज सैयद, राणी चौपडे, नंदीनी मोटे, प्रतिमा मसके, साहिल केदारे, इरशाद खान, रुपाली गायकवाड नामक  छात्र शामिल हैं। इन छात्रों का आनलाइन प्रशिक्षण जारी है।

रामेश्वरम जाएंगे छात्र

औरंगाबाद के सभी छात्र रामेश्वरम (Rameswaram) में उपग्रह प्रक्षेपण के लिए जाएंगे। एपीजे अब्दुल कलाम फाउंडेशन के समन्वयक मिलिंद चौधरी और मनीषा चौधरी ने इस उपक्रम का बेहतर नियोजन किया है। उनके नियोजन के अनुसार, यह सभी प्रकल्प काफी बेहतर पध्दति से चलाए जा रहे है। इस इंटरनेशनल फाउंडेशन की स्थापना 11 अक्टूबर 2015 को हाउस ऑफ कलाम द्वारा एपीजे कलाम की यादों और विचारों को जतन करने के लिए किया गया है। फाउंडेशन का उद्देश्य छात्रों में शिक्षण, कौशल, व्यवस्थापन, ज्ञान विकसन की क्षमता, नौकरी के अवसर ढूंढना, संशोधन विकसित करना है।

मराठी में हो रहे सत्र

विशेषकर, महाराष्ट्र के बच्चों के लिए इसके अंतर्गत होनेवाले सभी सत्र मराठी में लिए जा रहे हैं। इसलिए उपग्रह बनाने से लेकर उसे अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने तक की सभी जानकारी स्कूली छात्रों को मराठी में दी जा रही है। विश्व में सबसे कम 25 ग्राम वजन का अधिक से अधिक 80 ग्राम वजन के 100 उपग्रह बनाकर तथा उन्हें 35 से 38 हजार मीटर ऊंचाई पर साइंटीफिक बलून द्वारा छोडे जाएंगे। यह उपग्रह वहां से प्रत्यक्ष माहौल की जानकारी भेजेंगे। यह छात्र विश्व रिकार्ड, एशिया रिकार्ड और इंडिया रिकार्ड स्थापित करेंगे। इसमें औरंगाबाद महानगर पालिका के 10 छात्र शामिल हैं। इस उपक्रम के लिए उपायुक्त सुमंत मोरे, शिक्षणाधिकारी रामनाथ धोरे, सांस्कृतिक अधिकारी संजीव सोनार का मार्गदर्शन मिल रहा है। इस उपक्रम के समन्वयक शशिकांत उबाले महानगरपालिका स्तर पर काम कर रहे है। उन्हें उर्मिला लोहार, संगीता ताजवे, संपत इधाटे, सुरेखा महाजन, रश्मी होनमुटे का सहकार्य मिल रहा है।