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    औरंगाबाद. मुस्लिम समुदाय की सबसे पवित्र हज यात्रा (Hajj Yatra) 18 से 20 जुलाई के दौरान होगी। गत वर्ष कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के चलते भारत (India) का से एक भी जायरीन हज यात्रा पर नहीं जा पाया था। इस वर्ष भी विश्व के कई देशों में कोरोना महामारी का प्रकोप बरकरार है। ऐसे में सौदी अरब सरकार ने विश्व भर से 18 से 60 साल के उम्र के सिर्फ 60 हजार जायरीनों को हज यात्रा पर आने की इजाजत दी है। यह जानकारी फेडरेशन ऑफ हज पिलग्रीम्स सोशल वर्कर, महाराष्ट्र के अध्यक्ष सैयद साजीद अनवर ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।

    उन्होंने बताया कि 60 साल से अधिक उम्र के जायरीनों को हज यात्रा पर जाने के लिए पाबंदी लगायी गयी है। हज यात्रा पर जाने के लिए हर जायरीन को टीका लगाना अनिवार्य किया गया है। इस साल विश्व भर के सभी इस्लामिक देशों से 45 हजार तथा सौदी अरब के 15 हजार इस तरह 60 हजार जायरीनों को ही हज यात्रा करने का अवसर मिलेंगा। 

    सैयद साजीद अनवर ने बताया कि हज यात्रा 2021 के लिए जिन लोगों ने आवेदन किया है, उनके लिए हज कमेटी इंडिय़ा की ओर से कुछ गाइडलाइन जारी की गई है। यह गाइडलाइन सौदी अरब सरकार द्वारा हेल्थ और उम्र को लेकर जारी की गई है। हज यात्रा पर जानेवाले 18 से 60 साल के जायरीनों को हज कमेटी ऑफ इंडिय़ा की वेबसाइट पर कोरोना के दोनों टीकों की जानकारी भरनी होगी। अगर जायरीन ने कोरोना का एक ही टीका लिया है तो वह अपनी जानकारी हज कमेटी ऑफ इंडिय़ा की वेबसाइट पर भरकर दूसरा टीका जल्द लगवाले। जिन जायरीनों ने कोरोना टीका नहीं लगाया है, तो उन जायरीनों ने जल्द से जल्द टीका लगाने की अपील हज कमेटी ऑफ इंडिय़ा द्वारा किए जाने की जानकारी सैयद साजीद अनवर ने दी। अंत में उन्होंने बताया कि सौदी अरब सरकार ने पीफायजर-बायोनटेक, कोविड शिल्ड, मॉर्डना, जॉन्सन एंड जॉन्सन टीके को मंजूरी दी है। किस देश से कितने जायरीन हज यात्रा पर जाएंगे, इसका कोटा आगामी दो हफ्तों में तय कर उसकी घोषणा की जाएगी। इस साल सिर्फ 60 हजार हाजियों को हज यात्रा पर जाने की इजाजत देने के कारण भारत के जायरीनों की  हज यात्रा के लिए अधिक रकम खर्च होगी।