मानसिक तनाव का शिकार न बने लोग

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  • मनोचिकित्सक व सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक में सीपी की नसीहत

औरंगाबाद. कोरोना वायरस, लॉकडाउन, आर्थिक संकट, कम स्त्रोत तथा सीमित अवसर इन सभी कारणों के चलते आम आदमी काफी चिंतित है. ऐसे में आम आदमी तनाव में जीवन गुजार रहा है. कुछ माह सब्र करिए सब हालत ठीक हो जाएंगे. लोग मानसिक तनाव का शिकार न बनें. यह नसीहत शहर के सीपी चिरंजीव प्रसाद ने लोगों को दी. कम्युनिटी पुलिसिंग, पयाम-ए-इन्सानियत फोरम, सेल्फलेस हेलपिंग हैंड्स व डॉ. रफिक जकेरिया कैम्पस के छात्र परामर्श केन्द्र के संयुक्त  तत्वावधान में सोमवार को एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया था.

 बैठक में प्रमुख रुप से शहर के सीपी चिरंजीव प्रसाद, शहर के मशहूर मनोचिकित्सक व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे. बैठक में परामर्श केन्द्र की स्थापना व वहां की कार्यशैली पर मंथन किया गया.अपने विचार में सीपी प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन में बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार होने से उनके समक्ष मानसिक तनाव बना हुआ है. आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मजहर फारुकी ने कहा कि महाविद्यालय का संपूर्ण मानसशास्त्र विभाग इस उपक्रम में अपनी सेवा देने को तैयार है. जुनेद फारुकी ने परामर्श केन्द्र की स्थापना की जरुरत पर प्रकाश डाला.

परामर्श केन्द्र शुरु करने का निर्णय 

यहां शुरु किए जाएंगे काउंसलिंग सेंटर शहर के पडेगांव स्थित डॉ. कादरी मेंटल हेल्थ हॉस्पिटल, मौलाना आजाद कॉलेज, आजाद चौक, मिल कार्नर व प्रणित परामर्श केन्द्र, जवाहर कालोनी में परामर्श केन्द्र शुरु करने का निर्णय बैठक में लिया गया. सोहेल जकियोददीन ने कार्यक्रम की प्रस्तावना की. आभार नोमान खान ने माना.कार्यक्रम में मनोचिकित्सक डॉ. तौकिर फारुकी, डॉ. तेजस गयाल, डॉ. अपर्णा अष्टपुत्रे, एपीआय घनश्याम सोनवने, डॉ. रचना पौल, डॉ. किरण बोडखे, सम्यका अंभोरे, डॉ. अजहर पटेल, वैशाली पाटिल, अनिस अहमद, मुजाहेद हुसैनी, खालेद फारुकी, डॉ. किशोर उडान, मोहम्मद हुसैन उपस्थित थे.