ग्रीन जोन में की गई प्लाटिंग मनपा ने किए नेस्तनाबूत

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औरंगाबाद. शहर में पिछले कई सालों से अवैध प्लाटिंग का व्यवसाय जारी है. कुछ स्थानों पर मनपा प्रशासन कार्रवाई करती हैं तो कुछ स्थानों पर प्रशासन की लापरवाही से अवैध बस्तियां पनपती है ऐसे में शहर के भूखंड माफियाओं ने लॉकडाउन काल में शहर के हिमायत नगर परिसर में ढ़ाई से 3 एकड़ में अवैध प्लाटिंग कर उसमें कई प्लाट बेचे. मनपा प्रशासन को मिली शिकायत के बाद उक्त अवैध प्लाटिंग पूरी तरह नेस्तनाबूत की गई. प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से ग्रीन जोन में अवैध प्लाटिंग  करनेवालों में खलबली मची है.

लॉकडाउन में बेचे गए थे प्लाट

मनपा के अतिरिक्त कमिश्नर रविन्द्र निकम ने बताया कि बीते 4 माह से जारी लॉकडाउन काल में हिमायत नगर के पिछले हिस्सें में स्थित सर्वे नंबर 107 ग्रीन जोन में अवैध प्लाट की बिक्री होने की शिकायत हमें मिली थी. इसी जानकारी पर प्रशासन ने इस शिकायत की जांच करने पर पता चला कि खाम नदी के पात्र में पिछले 4 माह से  अवैध रुप से 20 बाय 30 तथा 40 बाय 30 साईज के 100 प्लाट बेचे गए. भू माफियाओं ने अवैध सभी प्लाट एजेंट द्वारा बेचे. मनपा प्रशासन ने लॉकडाउन काल में इस शिकायत पर कार्रवाई करने को टाल दिया था.

जेसीबी की सहायता से कई निर्माण कार्य गए तोडे़

मनपा प्रशासन के अधिकारियों ने दूबारा हिमायत नगर में धाबा बोलकर अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया. अतिरिक्त आयुक्त रविन्द्र निकम ने बताया कि यह अवैध प्लाट जल्द बेचने के लिए अंतर्गत रास्ते और ड्रेनेज लाईन सुविधा भू माफियाओं द्वारा उपलब्ध करायी गयी थी. विशेषकर, उस क्षेत्र में स्ट्रीट लाईट लगाने के लिए महावितरण ने सभी सामान इकट्ठा भी किया था. मनपा प्रशासन ने वह सभी सामान जप्त किया. यह कार्रवाई मनपा कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय, अतिरिक्त आयुक्त रविन्द्र निकम, पदनिर्देशित अधिकारी जेई जाधव, सविता सोनवने,इमारत निरीक्षक सैयद जमशद, मजहर अली ने पूरी की.