औरंगाबाद. बकाया बिजली बिल (Outstanding Electricity Bill) के लिए कई ग्राहकों की बिजली आपूर्ति स्थाई रुप से खंडित की गई है। ऐसे स्थान पर बकाया न भरते हुए नए बिजली कनेक्शन (Power Connection) दिए गए हैं क्या? इसकी जांच (Inspection) पड़ताल करने के निर्देश महावितरण (Mahavitaran) के औरंगाबाद प्रादेशिक कार्यालय के सहव्यवस्थपाकीय संचालक नरेश गिते ने दिए।
बिजली बिल की बकाया न भरते हुए अथवाअन्य नाम से उसी स्थान पर नया बिजली कनेक्शन पाए जाने पर और संबंधित ग्राहक ने बकाया न भरने पर उसकी बिजली आपूर्ति खंडित करने के निर्देश महावितरण के औरंगाबाद प्रादेशिक कार्यालय के सहव्यस्थापकीय संचालक नरेश गिते ने मातहत अधिकारियों को दिए।
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महावितरण के औरंगाबाद प्रादेशिक कार्यालय के उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील जाधव ने बताया कि स्थायी रुप से बिजली आपूर्ति खंडित किए ग्राहकों की ओर 1121 करोड़ की राशि बकाया है। बिजली ग्राहकों को बार-बार सूचनाएं करने के बावजूद बकाया बिजली बिल न भरने पर पहले अस्थाई रुप से बिजली आपूर्ति खंडित की जाती है। उसके बाद भी बिजली ग्राहक ने बिजली बिल अदा न करने पर स्थायी रुप से बिजली आपूर्ति खंडित करने की कार्रवाई की जाती है।
जाधव ने बताया कि मराठवाडा के 13 लाख 92 हजार 313 स्थाई रुप से बिजली आपूर्ति खंडित किए ग्राहकों की ओर 1121 करोड़ रुपए बकाया है। इसलिए ऐसे ग्राहकों की जांच कर जिन ग्राहकों ने बकाया राशि न भरते हुए नया बिजली कनेक्शन लिए हैं, ऐसे स्थानों पर चालू बिल पर बकाया की राशि वर्ग कर पहले की बकाया उन ग्राहकों से वसूल की जाएगी। बकाया के लिए स्थायी रुप से बिजली आपूर्ति खंडित किए स्थानों पर बिजली ग्राहकों ने बकाया की संपूर्ण रकम अदा कर नियमानुसार बिजली कनेक्शन लेकर बिजली का इस्तेमाल करें। वरना संबंधितों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश सहव्यवस्थापकीय संचालक डॉ. नरेश गिते ने दिए।