औरंगाबाद. शहर में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को ब्रेक लगाने के लिए प्रशासन ने सभी के सहयोग से जनता कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है. इस निर्णय से शहर में कोरोना संक्रमण को ब्रेक लगाने में मदद मिलेंगी. यह दावा शहर के पुलिस आयुक्त चिरंजीव प्रसाद ने यहां किया. उन्होंने शहरवासियों से प्रशासन के इस निर्णय को पूरी तरह सहयोग देने की अपील पत्रकारों से बातचीत में की.
नाकाबंदी सख्त की जाएगी
सीपी प्रसाद ने बताया कि प्रशासन द्वारा कोरोना पर मात देने के लिए कई उपाय योजनाएं की जा रही हैं, परंतु लॉकडाउन सबसे बेहतर उपाय है. शहरवासी 10 से 18 जुलाई के बीच घर से बाहर निकलने से बचे. लॉकडाउन के दरमियान शहर में नाकाबंदी सख्त की जाएगी. अन्य शहरों के जो लोग पास लेकर औरंगाबाद आएंगे, उन्हें शहर में प्रवेश दिया जाएगा.
लॉकडाउन में एनजीओ नहीं बांट सकेंगे जरुरी सामग्री
सीपी प्रसाद ने बताया कि इस बार जनता कर्फ्यू में प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. अप्रैल व मई में जारी लॉकडाउन में कई एनजीओ जो खाना व अन्य जरुरी सामग्री बांट रहे थे, उन्हें प्रशासन द्वारा पासेस उपलब्ध कराए गए थे. 9 दिन के लॉकडाउन में कोई भी एनजीओ, सामाजिक कार्यकर्ता किसी को खाना व अन्य सामग्री नहीं बांट पाएंगे. जिन्हें मदद करना हैं, वे गुरुवार शाम तक जरुरत मंदों को मदद कर दें.
बाईक सवारों पर होगी सख्त कार्रवाई
सीपी प्रसाद ने बताया कि पहले किए गए लॉकडाउन में बड़े पैमाने पर बिना वजह सड़कों पर घूम रहे वाहन धारकों पर कानूनी कार्रवाई की गई थी. इस बार और अधिक सख्ती बरतते हुए जो बाईक सवार रास्ते पर निकलेंगे, उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने शहरवासियों से बार-बार अपील की कि वे 10 से 18 जुलाई के दरमियान घर से बाहर न निकले.जनता कर्फ्यू में पुलिस थानों के अन्य कामों को रोककर 80 से 85 प्रतिशत अधिकारी व कर्मचारी नाकाबंदी व वाहन धारकों पर आईपीसी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई करने के लिए सड़कों पर रहेंगे. एक सवाल के जवाब में सीपी ने बताया कि कई शहरों के प्रशासन ने अपने स्तर पर कोरोना की श्रृखंला तोड़ने के लिए जनता कर्फ्यू जारी किया है. उसी तर्ज पर औरंगाबाद प्रशासन 10 से 18 जुलाई के दरमियान जनता कर्फ्यू लगा रहा है.
लॉकडाउन को सभी का समर्थन
शहर से कोरोना के खात्मे के लिए प्रशासन द्वारा जनता कर्फ्यू लगाने के लिए निर्णय को उद्योजक, व्यापारी महासंघ, जनप्रतिनिधियों ने समर्थन दिया है. इस समर्थन के चलते लॉकडाउन पूरी तरह से कामयाब होंगा, बल्कि हम इस महामारी को रोक लगाने में भी कामयाब होंगे, यह दावा भी सीपी प्रसाद ने किया. उन्होंने बताया कि गली-कुचों में जो लोग जनता कर्फ्यू के दरमियान घूमेंगे, उन्हें पहली बार समझाया जाएगा, इसके बाद भी वे नहीं माने तो उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई कर अपराध दर्ज किए जाएंगे. अंत में सीपी प्रसाद ने साफ किया कि लॉकडाउन में यू-टयूब व वेब पोर्टल का काम करनेवाले कर्मचारी घरों से बाहर ना निकलें. जनता कर्फ्यू में शहर के अखबारों के कुछ कर्मचारियों को पासेस दिए जाएंगे.