- भाजपा नेता आशिष शेलार ने कसा संजय राउत पर तंज
औरंगाबाद. शिवसेना ने सत्ता के लिए कांग्रेस-एनसीपी का साथ गठबंधन करने के बाद उनका केसरिया झंडा दागदार हुआ है. क्योंकि, आज शिवसेना के केसरिया झंडे के साथ-साथ कांग्रेस-एनसीपी के तिरंगे झंडे लग रहे हैं. जिन दलों ने आज तक स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के खिलाफ काम किया. आज उनके साथ शिवसेना सत्ता में है. इसलिए अब शिवसेना को उनके झंडे के शुद्धिकरण करने की जरुरत है. यह तंज भाजपा नेता आशिष शेलार ने यहां शिवसेना पर कसा.
स्नातक चुनाव प्रचार के लिए औरंगाबाद दौरे पर शेलार
औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को लेकर इन दिनों मराठवाडा में राजनीतिक सरगर्मिंया तेज हैं. भाजपा उम्मीदवार शिरीष बोरालकर के प्रचार के लिए शेलार मराठवाडा के दौरे पर हैं. इस दौरे के दरमियान शेलार ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की. तब उन्होंने शिवसेना पर यह तंज कसा. शेलार ने कहा कि शिवसेना आज तक लोकतंत्र के मूल्यों के विरोधी काम करते हुए दंडेलशाही करती आयी है, वही काम आज भी उनका चल रहा है. उनकी मनोवृत्ति गोरी चमड़ी के लोगों जैसी है.
ठाकरे सरकार पर किए गंभीर आरोप
भाजपा नेता शेलार ने राज्य की ठाकरे सरकार पर जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में नाकाम होने का आरोप लगाते हुए बताया कि राज्य के तत्कालीन सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने देश के पीएम नरेन्द्र मोदी के सपनो को साकार करने तथा मराठवाडा के हर व्यक्ति तथा किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए वॉटर ग्रीड योजना शुरू की थी. इस योजना को ठाकरे सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया. औरंगाबाद शहर के विकास के लिए तत्कालीन फडणवीस सरकार ने बहुत कुछ दिया था. वर्तमान ठाकरे सरकार औरंगाबाद के विकास से दूर भाग रही है.
डीएमआईसी के लिए तीन हजार करोड़ देकर योजना लायी गयी. परंतु, आज यह योजना अधर में लटकी है. समृध्दि महामार्ग करने का निर्णय फडणवीस सरकार का था.आज उसका श्रेय औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के महाविकास आघाडी के उम्मीदवार सतीश चव्हाण उठा रहे हैं. शेलार ने बताया कि समृध्दि महामार्ग के लिए सबसे पहले शिवसेना ने विरोध किया था. आज शिवसेना उन्हीं के साथ है. कोरोना काल में नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने में भी ठाकरे सरकार नाकाम होने का आरोप शेलार ने लगाते हुए बताया कि मास्क के दाम नियंत्रण रखने में सरकार नाकाम रही. मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड हुआ. ठाकरे सरकार पापी है. सरकार ने जो-जो पाप किए उसे जनता तक पहुंचाने का काम भाजपा करेंगी.
बिजली बिल को लेकर भाजपा का आंदोलन रहेगा जारी
लॉकडाउन के दरमियान झोपड़ी में रहने वाले नागरिकों को 12 से 13 हजार का बिजली बिल दिया गया. यह बिल कम करने की मांग सबसे पहले भाजपा ने की थी. उस मांग पर आज तक ठाकरे सरकार कोई निर्णय नहीं ले पायी. पहले इस सरकार ने 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली देंगें,फिर उसके बाद अधिक आया हुआ बिजली बिल कम करने का आश्वासन दिया. दीपावली तक बिजली बिल को लेकर मिठी खबर देने के बयान आए. आज तक सरकार बिजली बिल कम करने को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पायी. अब ऊर्जा मंत्रालय कह रहा है कि आपको बिजली बिल भरना ही होगा. इससे यह साफ है कि ठाकरे सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है. पत्रकार परिषद में सांसद डॉ. भागवत कराड, विधायक अतुल सावे, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय औताडे, शहराध्यक्ष संजय केणेकर उपस्थित थे.