औरंगाबाद. औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) की सेवा से निलंबित तथा कार्यरत 5 कर्मचारियों ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर महानगरपालिका द्वारा निर्माण किए गए सरकारी क्वार्टर (Government Quarters) में अवैध रुप से डेरा जमाया था। उन 5 कर्मचारियों ने सालों से मनपा की बकाया राशि अदा न करने पर उनके निवास स्थानों को मंगलवार शाम सील (Seal) किया गया। इन कर्मचारियों की ओर करीब 18 लाख रुपए की राशि बकाया होने के चलते यह कार्रवाई की गई।
मनपा के उपायुक्त रविन्द्र निकम ने बताया कि गत 10 से 15 सालों से निलंबित वाहन चालक शेख परवेज शेख बाबू कोटला कालोनी में स्थित मनपा के क्वार्टर में, पहले मनपा की सेवा से निलंबित हुए और मनपा की सेवा से हटाए गए यूसूफ खान उस्मान खान कांचनवाडी में स्थित क्वार्टर में, नीलाबाई नरसिंह पाटिल शहागंज पानी के टंकी के निकट स्थित क्वार्टर में, गणेश बाबूलाल तुपे सेन्ट्रल नाका परिसर में स्थित क्वार्टर में, मृतक अनिल नामदेव पवार का परिवार ज्यूबली पार्क के निकट स्थित क्वार्टर में सालों से डेरा जमाए हुए थे।
18 लाख रुपए की राशि बकाया
इन कर्मचारियों की ओर करीब 18 लाख रुपए की राशि बकाया है। मनपा प्रशासन द्वारा उन कर्मचारियों को क्वार्टर खाली करने को लेकर कई बार आगाह किया गया था, परंतु वे उसे अनदेखी कर रहे थे। मंगलवार को मनपा प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय के आदेश पर और अतिरिक्त आयुक्त बीबी नेमाने, रविन्द्र निकम के मार्गदर्शन में संपत्ति विभाग की उपायुक्त अपर्णा थेटे, पदनिर्देशित अधिकारी सविता सोनवने, वसंत भोये, आरएस राचतवार, इमारत निरीक्षक सैयद जमशीद, मोहम्मद मजहर अली, सागर श्रेष्ठ, शिवाजी ढोके, पुलिस कर्मचारी गायकवाड, श्रीमती खरात आदि ने पूरी की। अंत में अतिरिक्त आयुक्त निकम ने बताया कि वरिष्ठ के आदेश पर संबंधित व्यक्ति से आगामी 7 दिन में उन निवासस्थान में किए गए अनाधिकृत इस्तेमाल को रोककर उन निवास स्थानों को खाली करवाकर लिया जाएगा। आज की कार्रवाई में उन घरों की बिजली आपूर्ति बाधित की गई है।