CM Uddhav Thackrey

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    औरंगाबाद. औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) की ओर से मिटमिटा में जारी प्राणी संग्रहालय (International Record) का काम अंतर्राष्ट्रीय दर्ज का हो, इस दृष्टि से लगनेवाली अतिरिक्त जमीन और निधि का परिपूर्ण प्रस्ताव सरकार के पास मान्यता के लिए तत्काल भेजे। यह निर्देश मुख्यमंत्री (Chief Minister) उध्दव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मंगलवार शाम को दिए। 

    मुंबई के वर्षा निवास के समिति कक्ष में मुख्यमंत्री के अध्यक्षता में औरंगाबाद के प्राणी संग्रहालय को लेकर सीएम ठाकरे के अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में विधायक संजय सिरसाठ, प्रदीप जैसवाल सहित राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव नितिन करीर, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव महेश पाठक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खारगे, वन विभाग के प्रधान सचिव वेणुगोपाल रेडडी, औरंगाबाद महानगरपालिका आयुक्त आस्तिककुमार पांडेय उपस्थित थे। सीएम ठाकरे ने कहा कि औरंगाबाद शहर एक वैभवशाली, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत है। यह शहर विश्व पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करते समय एलोरा-अजंता गुफाओं की तरह शहर में स्थित पर्यटन स्थलें भी आकर्षण का केंद्र बने, इस विचार को सामने रखकर प्राणी संग्रहालय का काम होना चाहिए। ताकि, औरंगाबाद आये हर पर्यटक ने सभी पर्यटन स्थलों को भेंट देना चाहिए। यह बात भी सीएम ठाकरे ने विशेष रुप से कही।

    गौरतलब है कि महानगरपालिका द्वारा सिध्दार्थ उद्यान में 14 एकड़ भूमि पर प्राणी संग्रहालय कार्यरत है। यह मराठवाड़ा का एक मात्र  प्राणी संग्रहालय है। यहां नीलगाई, मोर, शेर, बाघ, हाथी, हिरन, भेडिया, भालू आदि वन्य जीव प्राणी है। इस प्राणी संग्रहालय को जमीन की कमी के कारण केंद्रीय प्राणी संग्रहालय प्राधिकरण ने इसको लेकर दिखाई हुई त्रूटियां दूर करने और  उनके मानकों  के अनुसार सुविधा उपलब्ध कराकर देने के लिए मिटमिटा में 40 हेक्टेयर  पर प्राणी संग्रहालय का काम जारी है। प्राणी संग्रहालय और सफारी पार्क को अतिरिक्त जमीन लगेंगी, इसको लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।