Shiv Sena Gram Panchayat elections

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औरंगाबाद. जिले के 579 ग्राम पंचायतों के चुनाव (Gram Panchayat Elections) की मतगणना सोमवार की सुबह शुरु हुई। परिणाम घोषित होने के बाद विजयी उम्मीदवारों ने जीत का जश्न मनाया। समाचार लिखे जाने तक सामने आए परिणामों में जिले में शिवसेना (Shiv Sena) का वर्चस्व रहा। राज्य में आदर्श गांव साबित हुए जिले के पाटोदा गांव में पूर्व सरपंच भास्करराव पेरे की लडकी को हार का सामना करना पडा। वहीं, रांजनगांव शेणपुंजी ग्राम पंचायत पर विधायक प्रशांत बंब गुट ने कब्जा जमाया।

जिले के फुलंब्री तहसील के किनगांव ग्राम पंचायत पर फिर एक बार जिला परिषद की बाल कल्याण सभापति अनुराधा चव्हाण ने कब्जा जमाया। गांव में किए विकास कार्य, नए चेहरों को दिए अवसर तथा लोगों को विश्वास के दम पर चव्हाण ने ग्राम पंचायत पर चौथी बार कब्जा जमाया। उनके आदर्श ग्रामविकास पैनल के 11 में से 8 सदस्य विजयी हुए। 

अब्दुल सत्तार ने अपना दबदबा बरकरार रखा

उधर, जिले के सिल्लोड तहसील के 83  ग्राम पंचायतों में से 55 पर शिवसेना ने कब्जा जमाया। राज्य के राजस्व तथा ग्राम विकास मंत्री अब्दुल सत्तार ने अपना दबदबा बरकरार रखते हुए भाजपा को बुरी तरह मात दी। सिल्लोड तहसील में शिवसेना को मिली जीत से फिर एक बार यह बात साफ हुई कि इस तहसील में राज्यमंत्री सत्तार का दबदबा बरकरार है। विजयी उम्मीदवारों का सिल्लोड में भव्य सत्कार किया गया।इधर, कन्नड तहसील में सबसे प्रतिष्ठित समझे जानेवाले पिशोर ग्राम पंचायत में महाविकास आघाडी का कब्जा रहा। सालों से  पिशोर ग्राम पंचायत पर केन्द्रीय मंत्री रावसाहब दानवे के दामाद तथा पूर्व विधायक हर्षवर्धन जाधव का कब्जा था, लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते इस बार हर्षवर्धन जाधव तथा उनकी पत्नी ने अलग-अलग पैनल स्थापित कर चुनाव लडा। मतदाताओं ने जाधव पैनल को 4 तथा उनके पत्नी के पैनल को 2 स्थानों पर जीत दी, जबकि महाविकास आघाडी के 9 सदस्य विजयी हुए।