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  • शिवसेना जिलाध्यक्ष दानवे का भाजपा पर पलटवार

औरंगाबाद. शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और हिंदुत्व शिवसैनिकों के रोम-रोम में बसा हुआ है. शिवसेना प्रसिद्धि के लिए स्टंट बाजी नहीं करती है. कोरोना के प्रकोप के चलते देश में केन्द्र सरकार ने निषेधाज्ञा लागू की है. आज भी कई राज्यों में लॉकडाउन जारी है. महाराष्ट्र भी अनलॉक-2 में है. इसके बावजूद कुछ लोग एक साथ आकर हिंदुत्व दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. यह लोग हमें हिंदुत्व न सिखाएं. यह पलटवार शिवसेना जिलाध्यक्ष अंबादास दानवे ने यहां किया.

गौरतलब है कि शहर पुलिस ने राम मंदिर भूमिपूजन समारोह के दौरान गुलमंडी पर जश्न मना रहे भाजपाइयों पर मामले दर्ज किए हैं. इस पर शुक्रवार को भाजपा नेताओं ने पत्रकार परिषद लेकर राज्य की ठाकरे  सरकार को ‘रजाकार की सरकार’ करार देते हुए शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाए थे. इस पर पलटवार करते हुए जिलाध्यक्ष दानवे ने कहा कि राम मंदिर भूमिपूजन का कार्यक्रम था. कुछ लोगों ने निषेधाज्ञा का उल्लघंन कर शहर में कार्यक्रम आयोजित किया. उस पर पुलिस ने मामले दर्ज किए. यह नियमित प्रक्रिया है. शिवसेना ने भी पुलिस प्रशासन के पास पूजन के लिए आवेदन किया था. पुलिस ने हमें इजाजत नहीं दी. इसलिए हम रास्तों नहीं उतरे.

हम रजाकार से भिड़ चुके हैं

दानवे ने भाजपा नेताओं द्वारा ठाकरे सरकार पर अलापे राग की हवा निकालते हुए कहा कि कुछ लोग हम पर मामले दर्ज होने का ढिंढोरा पीट कर राज्य सरकार रजाकार की सरकार होने का आरोप कर रहे हैं. दानवे ने याद दिलाते हुए कहा कि हम लोग रजाकर से भिड चुके हैं. जिस दिन बाबरी मस्जिद ढहायी गयी थी, उस दिन कोई भी भाजपा अथवा अन्य किसी भी हिंदुत्व संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली थी. सिर्फ सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा था कि यह काम अगर शिवसैनिकों ने किया है तो उसका उन्हें गर्व है. इन सभी बातों पर गौर करते हुए  भाजपा हमें हिंदुत्व न सिखाए.