India’s Electric Vehicle financing industry projected to be Rs 3,70,000 Crore in 2030

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    नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन ‘सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी)’ (Society of Manufacturers of Electric Vehicles (SMEV)) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2020- 21 में देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की बिक्री 20 प्रतिशत घटकर 2,36,802 रही। इससे पिछले साल 2019- 20 में दुपहिया, तिपहिया और चार पहिये (Two wheeler, Three wheeler and Four wheels) वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री कुल मिलाकर 2,95,683 इकाई रही।   

    एसएमईवी ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि वित्त वर्ष 2020- 21 में दुपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री इससे पिछले साल के मुकाबले छह प्रतिशत गिरकर 1,43,837 इकाई रही। इसमें 40,836 ई-वाहन तेज गति वाले शामिल हैं जबकि 1,03,000 वाहन हल्की गति वाले शामिल हैं।   

    वहीं तिपहिया वाहनों की बात की जाए तो समाप्त वितत वर्ष में 88,378 तिपहिया वाहन बेचे गए जबकि एक साल पहले 1,40,683 तिपहिया वाहन बेचे गये थे। इन आंकड़ों में उन तिपहिया वाहनों को शामिल नहीं किया गया है जो कि परिवहन प्राधिकरण के पास पंजीकृत नहीं हैं। 

    वहीं चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की यदि बात की जाये तो 2020- 21 में 4,588 वाहनों की बिक्री वही जो कि इससे पिछले साल 3,000 वाहनों की ही रही थी। इस प्रकार इस वर्ग में वाहन बिक्री में 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।   

    एसएमईवी के महानिदेशक सोहिंदर गिल ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष की शुरुआत से पहले अच्छी बिक्री होने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन विभिन्न कारणों से बिक्री कम रही। इलेक्ट्रिक दुपहिया और तिपहिया वाहनों की श्रेणी में बिक्री पिछले साल के मुकाबले कम रही।”  

    उन्होंने कहा कि फेम- दो योजना के तहत लक्ष्य हासिल करने के लिए अभी काफी कुछ किये जाने की आवश्यकता है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री का लक्ष्य हासिल करने के लिये सरकार की तरफ से नीति में बदलाव के रूप में समय पर हस्तक्षेप किये जाने की जरूरत है। (एजेंसी)