Harley-Davidson

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नई दिल्ली. अमेरिका की फेमस बाइक मेकर कंपनी हार्ले डेविडसन (Harley-Davidson) ने भारत में अपना कारोबार बंद करने का ऐलान किया है। कंपनी ने अपने खर्चों में 75 मिलियन डॉलर की कटौती की योजना बनाई है। कंपनी ‘The Rewire’ प्रोग्राम के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग और सेल्स ऑपरेशन को पूरी तरह से बंद कर रही है। हालांकि, कंपनी भारत में अपने खरीदारों के लिए सर्विस जारी रखेगी। यहां तक की स्पेयर पार्ट्स और नई बाइक्स की सेल भी जारी रहेगी।

कंपनी ने कहा कि, हम अंतरराष्ट्रीय बाजारों से बाहर निकल रहे हैं। साथ ही भारत में अपनी ब्रिकी और विनिर्माण कार्यों को बंद कर रहे हैं। बता दें कि, दो महीने पहले ही कंपनी ने संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे अधिक लाभदायक मुख्य बाजारों में वापस ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का खुलासा किया था। 

हार्ले डेविडसन के प्रबंधन के अनुसार ‘द रिवाइयर’ प्रोग्राम का उद्देश्य हार्ले-डेविडसन की उत्पाद रणनीति पर फिर से विचार करना है। कंपनी अब 50 महत्वपूर्ण बाज़ारों पर ध्यान केंद्रित करेगी। मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया प्रशांत के कुछ हिस्सों में, जहां से कंपनी को मुनाफा मिलता है। साथ ही कंपनी उन देशों से निकलने की योजना बनाएगी जहां वॉल्यूम और मुनाफा निवेश के मुताबिक नहीं आ रहा है। हार्ले डेविडसन ने भारतीय बाज़ार में 10 साल पहले कदम रखा था, इसके बावजूद भी वह अपनी पकड़ बनाने में नाकाम रही।

गौरतलब है कि, कंपनी ने भारत में पिछले 10 सालों में बाइक्स के कुल 30,000 यूनिट्स बेचे हैं। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष (2019-2020) में कंपनी ने भारत में केवल 2,500 यूनिट्स ही बेचे। इस साल कोरोना महामारी और ऑटो सेक्टर में जारी मंदी के बीच अप्रैल से जून की अवधि के बीच कंपनी केवल 100 यूनिट्स ही बेच पाई है। मुनाफा कम होता देख कंपनी ने भारतीय बाज़ार को छोड़ने का फैसला लिया है।

सूत्रों के मुताबिक, हार्ले डेविडसन जल्द ही इंडियन टू-व्हीलर कंपनी के साथ पार्टनरशिप की घोषणा कर सकती है। माना जा रहा है कि यह कंपनी हीरो मोटरकॉर्प हो सकती है।