दिल्ली: अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Relience Industry) ने बड़ी छलांग लगाई है, जबकि अडानी (Gautam Adani) पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के कारण अदानी समूह शिकार पर है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश का पहला हाइड्रोजन ट्रक (Relience Hydrogen Truck) लॉन्च कर दिया है। अंबानी ने हाइड्रोजन से चलने वाले ट्रक को लॉन्च कर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्षेत्र में तूफान ला दिया है। वर्तमान समय में ऑटोमोबाइल उद्योग में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। अब रिलायंस ने उसमें एक नई छलांग लगाई है। देश में प्रदूषण को कम करने के लिए पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन के विकल्प के रूप में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च किए जा रहे हैं।
हाइड्रोकार्बन की ले सकता है जगह
ऑटो सेक्टर में इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों को भी बाजार में उतारने की कोशिश की जा रही है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अशोक लीलैंड की मदद से इंडिया एनर्जी वीक में हाइड्रोजन (Hydrogen) से चलने वाला ट्रक लॉन्च किया है। हाइड्रोजन से चलने वाला यह देश का पहला ट्रक है। हाइड्रोजन को शून्य प्रतिशत प्रदूषण वाला ईंधन स्रोत माना जाता है। यह ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है। एशोल लीलैंड द्वारा लॉन्च किया गया यह ट्रक आकार में बड़ा और बेहद मजबूत है। यह देश का पहला ट्रक है जिसमें H2ICE तकनीक है। हाइड्रोजन (H2ICE) पर चलने वाले वाहन डीजल (ICE) पर चलने वाले वाहनों के समान प्रदर्शन प्रदान करते हैं। H2 हाइड्रोजन सूत्र है और ICE ईंधन इंजन है। भारत हाइड्रोजन के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर दे रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने भी हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देने की घोषणा की थी। हाइड्रोजन का उपयोग इस्पात संयंत्रों से लेकर उर्वरक इकाइयों तक में किया जा सकता है। यह हाइड्रोकार्बन की जगह ले सकता है।
Reliance Industries Limited (RIL) today unveiled India’s first Hydrogen Combustion Engine technology for heavy-duty trucks. pic.twitter.com/EV9y6zpRmg
— ANI (@ANI) February 6, 2023
कई कंपनियां हाइड्रोजन उत्पादन में निवेश कर रही
हाइड्रोजन का उपयोग इस्पात संयंत्रों से लेकर उर्वरक इकाइयों तक में किया जा सकता है। यह हाइड्रोकार्बन की जगह ले सकता है। हाइड्रोजन का उपयोग वाहन ईंधन के रूप में भी किया जा सकता है। हाइड्रोजन वाहनों की उत्पादन लागत बहुत अधिक है। हालांकि, इसके बावजूद कई कंपनियां हाइड्रोजन उत्पादन में निवेश कर रही हैं। साल 2023 की शुरुआत में गौतम अडानी के अडानी ग्रुप ने हाइड्रोजन ट्रक लॉन्च करने की घोषणा की थी। अदानी समूह अगले 10 वर्षों में हरित हाइड्रोजन और पारिस्थितिक तंत्र में 50 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है। रिलायंस ग्रुप ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण सहित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र में निवेश किया है। रिलायंस ने गुजरात में कई हरित ऊर्जा परियोजनाओं में 6 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है।