- पहले के मुकाबले ब्यूटी पार्लर हो गए आधुनिक
अमरावती. आज महिलाएं अपने सुंदर लुक के प्रति काफी सजग हो गई हैं। उनके सुंदर लुक और खूबसूरत बनने की ललक को अंजाम दे रहे हैं ब्यूटी पार्लर। जब सभी खूबसूरत नजर आना चाहते हैं तो निश्चित तौर पर ब्यूटी पार्लर और ब्यूटीशियंस का काम भी बड़े पैमाने पर होगा ही। बस इसी सोच के साथ शुरू हुआ ब्यूटीशियन नंदिनी घोरमारे का सफर। वर्ष 2004 में घर के एक छोटे से रूम में अपना सफर शुरू करने वाली नंदिनी ने आज बुलंदियों को छूते हुए सौंदर्य क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है।
आज अमरावती ही नहीं, उनके कार्यों की चर्चा हर तरफ होती है। वे एक ऐसी ब्यूटीशियन हैं जिन्होंने न केवल खुद को, बल्कि कई स्टूडेंट्स को ब्यूटीशियन के गुर सिखाकर आत्मनिर्भर बनाया है। ‘नवभारत बी ब्यूटीफुल’ में वे बताती हैं कि अपने पैरों पर खड़े होने की चाह और कुछ कर गुजरने के जुनून ने उनको इस प्रोफेशन की ओर आकर्षित किया। ब्यूटीशियन बनने की राह आसान नहीं थी लेकिन सारी समस्याएं, अड़चनें व दिक्कतों को नजरअंदाज करते हुए जी-तोड़ मेहनत की और सफल प्रयासों से एक कामयाब ब्यूटीशियन बन गयीं।
सेमिनार से मिलता है नया सीखने
नंदिनी बताती हैं कि वे हमेशा लाइव रहती हैं और हर सेमिनार्स और वर्कशॉप को अटेंड करती हैं। इसमें कुछ न कुछ नया सीखने मिलता है। नया सीखने के साथ ही वे अपनी टेक्नीक्स प्रयोग कर अपने ग्राहकों को अच्छी सुविधा और सर्विस देती हैं। उनके एकेडमी में 15 दिन से लेकर 3 माह तक के कोर्स की सुविधा है। वहीं स्टूडेंट्स को एडवांस कोर्स भी कराया जाता है।
मेकअप आज हर एक लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। महिला हो या टीनएजर्स, सभी को अपने-अपने फील्ड या समारोह में सुंदर दिखने की चाह होती है। फेशियल के बाद किया जाने वाला मेकअप काफी देर तक टिकता है और उभरकर दिखता है। मेकअप के बाद एक अलग ही अटेंशन मिलता है। पहले ब्राइडल मेकअप होता था, लेकिन आज इसमें भी आधुनिकता के पंख लग गए हैं। आज पार्लर में ब्रश से लेकर हर चीज बदल गई है।
ग्लो बढ़ाने के लिए विविध टिप्स
फेशियल कितने प्रकार के होते हैं?
फेशियल कई तरह के होते हैं। इसमें डी टैन फेशियल, चॉकलेट, डायमंड, अरोमाथेरेपी, फोटो फेशियल, गोल्ड फेशियल, स्किन लाइटिंग फेशियल, पिगमेंटेशन, वाटरमेलन, फ्रूट व एंटी एजिंग फेशियल सहित अन्य कई तरह के हैं।
फेशियल कराने से क्या होता है?
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग काम, घर व कई अन्य चीजों में व्यस्त रहते हैं और खुद पर ध्यान नहीं दे पाते। साथ ही तनाव में भी रहते हैं, जिसका असर चेहरे पर दिखने लगता है। फेशियल आपके तनाव को कम कर आपके मूड को ठीक कर सकता है। चेहरे पर सैकड़ों दबाव बिंदु होते हैं, जो शरीर में विभिन्न प्रणालियों से जुड़े हैं। जब इन दबाव बिंदुओं की मालिश होती है तो शरीर इस पर प्रतिक्रिया करता है।
महीने में कितने बार फेशियल कराना चाहिए?
महिलाओं को महीने में एक बार फेशियल कराना बहुत आवश्यक है। वहीं 20 के बाद वाले युवाओं को 2 माह में एक बार क्लीनिंग जरूर करानी चाहिए। इससे चेहरे पर ग्लो बना रहता है। ब्लड सर्कुलेशन की वजह से चेहरे की सुंदरता बनी रहती है।
गर्मी के सीजन में किस तरह का फेशियल कराना चाहिए?
गर्मी के सीजन में बर्फ फेशियल, वॉटरमेलन के साथ अन्य फ्रूट फेशियल कराना लाभदायक होता है। इससे चेहरे की नमी बनी रहती है।
ड्राई स्किन से छुटकारा पाने के लिए क्या करें?
ड्राई स्किन वालों को कभी साबुन नहीं लगाना चाहिए। अच्छे ब्रांड के ग्लिसरीन युक्त फेसवॉश से चेहरे धोना चाहिए। क्लींजिंग, टोनिंग व मॉश्चराइजिंग चेहरे की सुंदरता को बरकरार रखते हैं।
त्वचा का एजिंग से बचाव कैसे करें?
बढ़ती उम्र का प्रभाव चेहरे पर भी नजर आने लगता है। उम्र बढ़ने से त्वचा पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स नजर आने लगती हैं, जिस कारण त्वचा की चमक खो जाती है। बढ़ती उम्र के साथ त्वचा का ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है और इसके लिए नियमित रूप से फेशियल अच्छा और गुणकारी तरीका है। नियमित फेशियल और फेस मसाज से आपकी त्वचा की कोशिकाओं का पुनर्जन्म होता है।
पिंपल्स आने के क्या कारण हैं?
जैसे शरीर में विषाक्त चीजें जम जाती हैं, वैसे ही आपकी त्वचा में भी गंदगी जम जाती है। अगर सही तरीके से सफाई न की जाए तो चेहरे पर पिंपल निकल सकते हैं। इसलिए शरीर की तरह अपनी त्वचा को भी डिटॉक्सीफाई करने की जरूरत होती है। हर दिन चेहरा साफ करने या धोने के अलावा फेशियल की भी जरूरत होती है।