खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं ‘रजनीगंधा कावरे’

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    हर महिला की चाहत होती है कि वो सुंदर दिखे। डेली लाइफ हो या कोई फैमिली फंक्शन, महिलाएं खास कर युवतियां नख से लेकर शिख तक अपनी ब्यूटी संवारकर महफिल में सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बनना चाहती हैं और उनकी यह इच्छा पूरी करती है ब्यूटीशियन। उसी के कारण यह पॉसिबल होता है। ब्यूटीशियन के हुनर भरे हाथ चेहरे की सुंदरता निखारते हैं।

    यह कहना है शहर की फेमस ब्यूटीशियन और हेयरस्टाइलिस्ट रजनीगंधा कावरे का। उपराजधानी के वर्धमान नगर और मनिष नगर में स्थित रेडियंस ब्यूटी सलून की संचालिका रजनीगंधा ने ‘नवभारत बी ब्यूटीफुल’ उपक्रम में की गई बातचीत में बताया कि मेकअप के दौरान हेयरकट और हेयरस्टाइल बहुत मायने रखती है। अगर किसी ब्यूटीशियन ने चेहरे का फुल मेकअप कर दिया लेकिन हेयरस्टाइल पर ध्यान नहीं दिया तो पूरा लुक बिगड़ जाता है।

    इसलिए ब्यूटीशियन को हेयरस्टाइल और हेयरकट का नॉलेज होना बहुत जरूरी है। वो कहती हैं, हमारे रेडियंस ब्यूटी सलून में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है। कस्टमर का फेसकट, उसकी पर्सनैलिटी और उसकी चॉइस आदि देखकर हम उन्हें हेयरकट सजेस्ट करते हैं। इसके अलावा बालों से जुड़ी हर प्रकार की प्रॉब्लम्स का हमारे सलून में सोल्यूशन निकाला जाता है।

    रजनीगंधा साल 2008 से इस फील्ड में हैं। उस वक्त भी उनके यहां स्किन लिफ्टिंग मशीन का उपयोग किया जाता था जो आज भी चल रहा है। इस मशीन से चेहरे के रिंकल्स हटाए जाते हैं। उनका काम ऐसा रहा है कि दिन-ब-दिन उन्हें जबरदस्त रिस्पॉन्स मिलता गया और आज भी स्थिति यह है कि उनका बस नाम ही काफी है। कस्टमर फुल कॉन्फिडेंस के साथ यहां आते हैं और सुंदरता में चार चांद लगाकर जाते हैं। रजनीगंधा गर्व से कहती हैं कि हमारे सलून की पहचान उसकी ईमानदारी की नींव पर टिकी हुई है। केवल कस्टमर से पैसा वसूलने के लिए हम काम नहीं करते, बल्कि हमारा उद्देश्य कस्टमर की संतुष्टि है।

    कस्टमर का सैटिस्फैक्शन महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि आज हमारे कस्टमर कहीं और नहीं जाते, बल्कि रेडियंस का नाम सुनकर आते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां पूरी प्रामाणिकता के साथ कस्टमर को यहां उपयोग किए जानेवाले प्रोडक्ट के ब्रांड की जानकारी दी जाती है। इसी के साथ उसके एडवांटेज और डिसएडवांटेज के बारे में भी मैं खुद सबकुछ बता देती हूं। इसके अलावा उसके साइड इफेक्ट, लांग टाइम इफेक्ट के बारे में भी पहले ही अवगत करा देती हूं। साथ ही क्या करें और क्या नहीं, यह सजेशन भी दिया जाता है। 

    रजनीगंधा बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही कला के क्षेत्र में रुचि थी। इसके लिए उन्होंने सरकारी नौकरी ठुकराई और अपने अंदर के हुनर को निखरने दिया। इस दिशा में उनका अनुभव इतना ज्यादा है कि वो यूनिवर्सिटी में हेल्थ वेलनेस एंड ब्यूटी विषय पढ़ाती हैं। उनकी खुद की अकादमी भी है। रजनीगंधा ने कई महिलाओं और युवतियों को प्रशिक्षण देकर ट्रेन्ड किया है और आज वो सभी अपने पैरों पर खड़ी हैं। वो कहती हैं, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनते देखकर मुझे बहुत खुशी होती है।

    मेरा हमेशा यही प्रयास रहा कि हर कोई स्वावलंबी बने, आगे बढ़े और प्रगतिपथ पर जाए। रजनीगंधी को पति और बेटों का पूरा सपोर्ट मिलता रहा है। वो अपनी सफलता का श्रेय उन्हीं को देती हैं जिन्होंने उन्हें पल-पल आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इसी के चलते उन्होंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट में शामिल होकर कई अवॉर्ड अपने नाम किए हैं।

    रजनीगंधा ने ब्यूटी और हेयरस्टाइल विषय पर चर्चा करते हुए कई सवालों के जवाब दिए।

    चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए फेशियल और ब्लीचिंग कितना मायने रखता है?

    चेहरे से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं जैसे एजिंग, व्हाइटनिंग, पिगमेंटेशन और एक्ने। इन सभी से निजात पाने के लिए हम फेशियल का सहारा लेते हैं जिसमें स्टेप-बाइ-स्टेप इन प्रॉब्लम्स का सोल्यूशन निकाला जाता है। फेशियल एक ऐसा सौंदर्य उपचार है जो त्वचा की कमनीयता को बरकरार रखने में सहायक होता है। फेशियल रूखी व सामान्य त्वचा के लिए काफी इफेक्टिव होता है। इससे रक्त संचार बढ़ता है और त्वचा के अंदर की गंदगी बाहर निकल जाती है।

    फेशियल मसाज के दौरान दिए जाने वाले स्ट्रोक्स से मृत कोष निकल जाते हैं और नए सेल्स का निर्माण होता है। पहले 30 वर्ष से अधिक की आयुवाली महिलाएं फेशियल करती थीं, लेकिन आज 24-25 साल की युवतियां भी रेग्युलर फेशियल करती हैं। महीने में एक बार फेशियल करना चाहिए। कई महिलाओं को लगता है कि ज्यादा प्रेशर से फेशियल किया जाए तो ज्यादा असरदार होगा लेकिन ऐसा नहीं है।

    फेशियल हल्के हाथ से ही किया जाना चाहिए। ज्यादा प्रेशर दो तो चेहरे पर ग्लो नहीं आता और चेहरे की नमी खो जाती है। ब्लीचिंग करते समय प्रोडक्ट का ब्रांड बहुत मायने रखता है। इसमें मौजूद अमोनिया के कारण त्वचा काली होने की आशंका रहती है। वैसे आजकल जो प्रोडक्ट आ रहे हैं वो काफी सुरक्षित हैं, फिर भी जिनके चेहरे पर पिगमेंटेशन है, उन्हें ब्लीचिंग नहीं करना चाहिए।

    स्क्रब का कितना फायदा होता है?

    स्क्रबिंग से चेहरे की बाहरी सतह पर जमा डेड सेल्स को हटाने में मदद मिलती है। यह न सिर्फ त्वचा के रोम छिद्रों को खोलता है, बल्कि त्वचा को पोषण भी देता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर हो जाता है। इसलिए सभी को नियमित तौर पर चेहरे की स्क्रबिंग करनी चाहिए। लेकिन इसके लिए ब्यूटीशियन का जानकार होना बहुत जरूरी है क्योंकि ज्यादा स्क्रब से त्वचा को नुकसान पहुंचने का भी डर रहता है। स्किन देखकर स्क्रब किया जाना चाहिए।

    स्क्रब करने से पहले चेहरे को साफ पानी से धो लें। स्क्रब को चेहरे पर लगाने के बाद जोर से रगड़ने के बजाय हल्के हाथों से सर्कुलर मोशन में मसाज करें। पूरे चेहरे पर यानी माथे और होंठों के आस-पास भी स्क्रब करें। ध्यान रहे कि यह स्क्रब आंखों में नहीं जाना चाहिए। थोड़ा स्क्रब गर्दन पर भी करना चाहिए, जिससे चेहरा और गर्दन एकसार रहें। नाक के आस-पास अच्छी तरह से स्क्रब करें। सबसे ज्यादा ब्लैक हेड्स यहीं जमा होते हैं। अंत में साफ पानी से चेहरा और गर्दन धो लें। मुलायम तौलिए से हल्के हाथों से चेहरा साफ कर लीजिए।

    स्किन की देखभाल कैसे करनी चाहिए?

    महिलाएं दिन भर काम की भागदौड़ में इतना ज्यादा बिजी रहती हैं कि चेहरे की केयर के नाम पर मेकअप लगाकर घर से निकल जाती हैं। पूरा दिन इस मेकअप और धूल-मिट्टी के साथ ही रहती हैं, नतीजतन चेहरा डल दिखने लगता है। दिन में समय नहीं मिलता लेकिन स्किन को जवां और खूबसूरत रखने के लिए रात को फुर्सत के समय स्किन की केयर की जा सकती है। वैसे भी स्किन को रात में सबसे ज्यादा केयर की जरूरत होती है क्योंकि रात को स्किन के सेल्स रिजनरेट होते हैं।

    दिन भर आपके चेहरे पर मेकअप रहता है, अत: रात को घर आते ही सबसे पहले चेहरे से मेकअप हटाएं। चेहरे से मेकअप हटाने के लिए माइल्ड वॉटर का उपयोग करें, जो चेहरे से मेकअप को हटा देगा और आपकी स्किन को हाइड्रेटेड भी रखेगा। चेहरे से मेकअप हटाने के बाद आप क्लींजर का इस्तेमाल करें। क्लींजर चेहरे से अतिरिक्त डस्ट और सीबम को निकालेगा।

    किसी भी तरह का प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले स्किन का साफ होना जरूरी होता है, इससे कोई भी प्रोडक्ट अच्छे से अवशोषित होता है। क्लींजर का इस्तेमाल करने के बाद चेहरे पर टोनर का इस्तेमाल करें। रात के समय स्किन रिपेयर की क्रिया होती है, इसलिए रात को स्किन पर टोनर लगाना नहीं भूलें। चेहरे की सफाई के बाद टोनर त्वचा के पीएच लेवल के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। क्लींजिंग प्रक्रिया के बाद आप चेहरे पर कोई भी क्रीम या सीरम लगाकर धीरे-धीरे मसाज करें। मसाज करते समय चेहरे पर उंगलियां धीरे-धीरे चलाएं। मसाज आपकी स्किन की मरम्मत करता है।

    मेकअप के कितने प्रकार हैं?

    मेकअप कई प्रकार के हैं जिनमें थ्रीडी, एचडी, वॉटरप्रूफ और एयरगन शामिल है। थ्रीडी मेकअप में चेहरे के कुछ पार्ट्स उभारे जाते हैं जिससे थ्रीडी इफेक्ट आता है। एचडी मेकअप करते समय एचडी प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाता है। वॉटरप्रूफ मेकअप खासकर समर सीजन में किया जाता है।

    गर्मी से मेकअप मेल्ट होने का डर रहता है इसलिए वॉटरप्रूफ मेकअप किया जाता है। एयरगन टाइप में स्प्रे से मेकअप किया जाता है। यह ब्यूटी शोज में इस्तेमाल किया जानेवाला मेकअप का टाइप है। जब वेदर के अनुसार मेकअप करने की बात आती है तो स्किन टोन देखकर प्रोडक्ट यूज किए जाते हैं।

    घरेलू उपायों से बालों की देखभाल कैसे करें?

    घर में बालों की देखभाल बहुत आसानी के की जा सकती है। मेथी दाना, शहद और प्याज बालों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। रात में मेथी भिगोकर रखें। सुबह उसका पेस्ट बनाकर उसे बालों पर लगाएं। कम से कम आधा घंटा रखें और गुनगुने पानी से धो लें। बालों पर शहद का उपयोग काफी फायदेमंद रहता है।

    प्याज का रस लगाकर आधे घंटे बाद बाल धो लें। इससे बाल मजबूत और शाइनी होते हैं। इसके अलावा हेयर सीरम का उपयोग करें। यह बालों को प्रोटेक्ट करने का काम करता है। तेज धूप में निकल रहे हों तो बालों को स्कार्फ से कवर करें। अच्छी क्वालिटी का शैंपू इस्तेमाल करें।

    स्पा क्रीम और कंडिशनर में से क्या बेस्ट है?

    कई बार कंडिशनर से बाल झड़ते हैं क्योंकि वो गलती से बालों की जड़ में लग जाता है। इसलिए स्पा क्रीम लगाना ज्यादा सुविधाजनक होता है। इससे बाल झड़ने का डर नहीं रहता। सप्ताह में एक बार स्पा भी करें।

    क्या आयरनिंग से बाल खराब होते हैं?

    बहुत ज्यादा प्रेशर और बार-बार आयरनिंग करने से बाल खराब होने के चांस रहते हैं।