Rain in Gadchiroli, Crop Damage
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  • 28 हजार से ज्यादा किसान प्रभावित

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भंडारा. जिले में अगस्त माह में हुई मूसलाधार वर्षा तथा बाढ़ के कारण 20 हजार हेक्टर धान की फसल बर्बाद हुई है. प्राकृतिक आपदा के कारण राज्य के 28 हजार, 320 किसानों की फसल बर्बाद हुई है. बर्बाद हुई फसल का जब पंचनामा किया गया तो यह पता चला कि जिले की 33 प्रतिशत से अधिक 20 हजार, 63 हेक्टर क्षेत्र में लगी धान की फसल बर्बाद हुई है. जिले के 28.320 किसानों को नुकसान भरपाई के रूप में 24 करोड़, 51लाख. 380 रूपए की निधि की आवश्यकता है.

अगस्त माह में जिले की वैनगंगा, चुलबंद तथा बावनखड़ी नदियों में बाढ़ आने से भारी तबाही हुई. इस बाढ़ में जिले के मोहाडी, भंडारा, तुमसर, लाखांदूर तहसील में बहुत नुकसान हुआ. बाढ़ आने से भंडारा जिले के धान उत्पादकों में भारी निराशा उपजी थी. जिले में इस वर्ष 1लाख, 78 हजार, 768 हेक्टर क्षेत्र में धान की फसल लगायी गई थी.

जून से सितंबर माह की कालावधि में किसानों को प्राकृतिक संकट का सामना करना पड़ा. बाढ़ तथा अतिवृष्टि के कारण जिले के 28, 320 किसानों को नुकसान सहन करना पड़ा है. भंडारा तहसील के 6694, मोहाडी के 4589, तुमसर के 5262, पवनी के 5521, लांखादूर के 6254 किसानों को प्राकृतिक आपदा सहन करनी पड़ी है.

जिले में बाढ़ का सबसे ज्यादा नुकसान भंडारा तहसील को ही सहन करना पड़ा है. भंडारा तहसील के 6137 हेक्टर क्षेत्र में अतिवृष्टि तथा बाढ़ का कहर बरपा है. भंडारा तहसील के बाद जिस तहसील क्षेत्र के किसानों को सहन करना पड़ा है, वह तहसील है, लाखांदूर. लाखांदूर तहसील में 4439 हेक्टर क्षेत्र की फसल को नुकसान पहुंचा है.