cyber crime
Representative Photo

Loading

भंडारा. आनलाइन तरीके से क्रेडिट कार्ड से 47,228 रु. उड़ाने की घटना शहर में घटी. इसमें सायबर टीम को पैसे वापस प्राप्त करने में बड़ी सफलता मिली है. इसके लिए पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे ने सायबर सेल के पुलिस अधिकारी कर्मचारियों का अभिनंदन किया है. ऑनलाइन तरीके से लूट होने पर पैसे कभी वापस नहीं मिलते हैं, ऐसा सभी को लगता है. इसके साथ ही ऑनलाइन फ्राड करने वाले सायबर हैकर भी मिलते नहीं, लेकिन यह गलतफहमी को सायबर पुलिस स्टेशन भंडारा ने दूर कर दिया.

शिकायतकर्ता स्थानीय निवासी गिरीधर खापेकर यह सुबह अपने घर में पूजा कर रहे थे. उनको किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया कि उनका एसबीआई का क्रेडिट कार्ड ब्लाक हुआ है, उसे शुरू करने के लिए एटीएम कार्ड नंबर बताए. इस  पर खापेकर ने अपना एटीएम कार्ड नंबर एवं मोबाईल पर आया ओटीपी भी बताया. ऐसा करने से उनके बैंक खाते से कुछ ही देर बाद 47,228 रु. निकाले गए. खापेकर ने इसकी शिकायत तुरंत सायबर पुलिस को दी.

सायबर पुलिस को पता चला कि उनके क्रेडीट कार्ड के पैसों से अज्ञात आरोपी ने फ्लिपकार्ड के माध्यम से वस्तु खरीदी की है. इस पर तुरंत सायबर सेल की टीम ने फ्लिपकार्ड कंपनी से संपर्क कर आनलाइन व्यवहार हुआ ट्रान्जेक्शन कैन्सल करवाकर लूटे हुए सभी पैसे शिकायकर्ता को वापस करने के निर्देश दिए. सायबर पुलिस ने जनवरी 2020 से लेकर आज तक आनलाइन लूट के कुल  1,17,228 रु. वापस प्राप्त करवाए है. इस कार्य के लिए सायबर सेल के अधिकारी, कर्मचारियों का पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे ने गौरव किया है.

 यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे, अप्पर पुलिस अधीक्षक अनिकेत भारती के मार्गदर्शन में स्थागुशा के पुलीस निरीक्षक गजानन कंकाले, सायबर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलीस निरीक्षक भूषण पवार, पुलिस नायक दिनेन्द्र आंबेडारे, गौतम राउत, स्नेहल गजभिये, राज कापगते, सुमेध रामटेके, नाहोकर ने की. 

किसी लालच में न आए : सालवे 
भंडारा पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे ने कहा कि आज के तकनीकी तथा डिजिटल इंडिया के युग में सभी नागरिकों ने सतर्क रहना आवश्यक है. मोबाइल, इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय किसी व्यक्ति द्वारा लालच में न  आए. अपना व्यक्तिगत बैंक खाता, एटीएम, आधार कार्ड, महत्व के कागजात किसी को भी फोन पर नहीं बताए.