Gharkul

Loading

भंडारा. सरकार की ओर से चलाई गई रमाई आवास योजना के तहत पिछले 4 वर्षों में जिले के लिए 11 हजार 75 घरकुल का लक्ष्य दिया गया था. तदनुसार, जिला ग्रामीण विकास एजेंसी की ओर से 10,361 घरकुल को मंजूरी दी गई है. इनमें से सिर्फ 6 हजार 622 घरकुल ही पूरे हो पाए है. 2021 के शुरुआती सीज़न में घरकुल को कोई उद्देश्य नहीं मिलने के कारण घरकुल के काम को बंद कर दिया गया है.

सरकार की ओर से वंचितों, गरीबों को हक का निवास मिलना चाहिए, इसके लिए घरकुल योजना चलाई जा रही है. केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा मकानों के निर्माण के लिए अनुदान दिया जाता है. सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति और नव-बौद्ध तत्वों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उनकी आवास समस्या को हल करने के लिए रमाई आवास योजना चलाई जा रही है. पिछले 4 वर्ष में कई घरों का काम अधूरा है.

सरकार द्वारा रमाई आवास योजना के लिए निधि उपलब्ध नहीं हुई है. जिसके कारण कई लाभार्थियों के घर अटक गए है. भंडारा जिले में पिछले 4 वर्षों में घर पूरा कर चुके लाभार्थियों को 79 करोड़ 46 लाख 40 हजार रुपये वितरित किए गए. 3 हजार 739 घर अभी भी अटके हुए है. अटके हुए लाभार्थियों को सरकार द्वारा योजना के लिए एक रूपये फंड भी उपलब्ध नहीं.

1.20 लाख की आर्थिक मदद

घरकुल के लिए प्रति लाभार्थी 1 लाख 20 हजार रुपये आर्थिक रूप से समर्थित है. यह पैसा जिओ टेंगिंग के माध्यम से निर्माण कार्य को ध्यान में रखते हुए 4 सप्ताह में भुगतान किया जाता है.