भंडारा. तहसील में रबी की धान फसल के पर्याय के रूप में मक्का के उत्पादन पर किसान विशेष रूप से ध्यान देने लगे हैं और लाखनी केंद्र पर पहले ही वर्ष 777 क्विंटल मक्का का उत्पादन हुआ है. जिले में लाखनी, साकोली, लाखांदूर तहसील में इस बार मक्के की खेती की गई है. मक्के की फसल काफी अच्छी होने के कारण मक्के की बिक्री के लिए बाजार ही नहीं था. किसानों को मक्का खरीद कर सरकार ने 1,760 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य दिया है.
की ग्रीष्मकालीन बुआई
लाखनी तहसील के पाथरी, पलसगांव, कोलारी, महेगांव, पालांदूर चौरस के 41 किसानों ने 17 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन मक्के की बुआई की थी. कुल 1 लाख 14 हजार, 600 किलो मक्का के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था. साकोली तहसील के बोदरा, जांभली सड़क, वड़द के नौ किसानों ने 12.5 हेक्टर क्षेत्र में मक्का की फसल लगायी, उनका लक्ष्य 41, 700 किलो रखा गया है. सरकरा ने दिया संरक्षण
मक्का उत्पादन को सरकार ने संरक्षण दिया है. इस वर्ष पहली बार दी महाराष्ट्र को-आपरेटिव माकेर्टिंग फेडरेशन की ओर से जिला मार्केटिंग अधिकारी द्वारा लाखनी की साकोली तहसील सहकारी खरीदी बिक्री संस्था तथा लाखांदूर तहसील सहकारी खरीदी बिक्री संस्था तथा लाखांदूर तहसील सहकारी खरीदी बिक्री सोसायटी को मक्का खरीदी करने के निर्देश दिए.