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  • तेजश्री संस्था का उपक्रम

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भंडारा. कोरोना काल में हर किसी को परेशानी का समाना करना पड़ा है, लेकिन कठिनाइयों के बीच तेजश्री नामक संस्था के बैनर तले जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत की महिलाओं को अपने पैर पर खड़े होने का साहस प्रदान किया. संस्था ने 915 महिलाओं के जीवन में नया उजाला लाया है. राज्य सरकार ने राज्य के 19 जिलों की 125 तहसीलों में मानव विकास मिशन योजना शुरू की है.

राज्य की महिला विकास शिखर संस्था माविम वर्ष 1975 से कार्यरत है. माविम का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं का सर्वागीण विकास करना. सुदूर तथा आदिवासी गांव में महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागृत करना भी माविम के कार्यो में से एक है. माविम 1975 से कार्यरत है. स्थापना से लेकर अब तक माविमं ने महिलाओं के सर्वांगीण विकास कार्य बड़ी जिम्मेदारी से किया है.

कम ब्याज पर उपलब्ध कराया कर्ज

इस संस्था ने किसान, खेतों में काम करने वाली महिलाओं को बचत गट के माध्यम से संगठित किया है. इस संस्था ने जिले की मोहाड़ी, तुमसर, साकोली, लाखांदूर व लाखनी तहसील में अति जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम किया है.

तेजश्री के माध्यम से माविम के जिला समन्वयक प्रदीप काठोले ने लोग संचालित साधन केंद्र के माध्यम से गरीब महिलाओं के लिए कर्ज उपलब्ध कराया है. तेजश्री फाइनेंशियल सर्विस के अंतर्गत भंडारा जिले की 458 अति गरीब महिलाओं को प्रति सदस्य 10 हजार रुपये अल्प ब्याज दर में उपलब्ध कराया गया है.