Kesari Ration card

  • विभाग की लचर प्रणाली का असर

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लाखांदूर (सं). सरकार के खाद्यापूर्ति विभाग के तहत राशन दूकानों द्वारा प्रतिमाह गरीब एवं आम जनता को खाद्य की आपूर्ति की जाती है, लेकिन जुलाई महीना बीतने के बावजूद भी तहसील के एपीएल कार्डधारकों को खाद्य की आपूर्ति नहीं होने से नाराजगी जताई जा रही है. इससे फिर एक बार खाद्यापूर्ति विभाग लचर प्रणाली साफ नजर आई है.

तहसील में 96 दूकानें
प्राप्त जानकारी अनुसार लाखांदूर तहसील में करीब 96 राशन दूकानें हैं. इन दूकानों द्वारा सभी कार्डधारक परिवारों को प्रतिमाह सरकारी निर्देश के अनुसार खाद्य की आपूर्ति की जाती है.  इन कार्ड धारकों में केशरी, अंत्योदय एवं प्राधान्य गट के पात्र परिवार का समावेश है. कोरोना संकट काल में इन सभी परिवारों को सरकारी निर्देशानुसार खाद्य का वितरण भी किया गया, लेकिन नियमित अनाज वितरण प्रणाली के अनुसार राशन दूकानदारों ने पिछले जुलाई महीने के केशरी कार्ड धारक परिवार के साथ साथ अंत्योदय एवं प्राधान्य योजना के कार्डधारकों की संख्या के अनुसार चालान का भुगतान करने की जानकारी है. 

बना है नाराजी का माहौल
संबंधित चालान के अनुसार केवल योजना के तहत ही खाद्य आपूर्ति करते समय केशरी कार्डधारक परिवार को खाद्य की आपूर्ति नहीं होने से उक्त कार्डधारक नाराज दिखाई दे रहे हैं. इस मामले में सरकार प्रशासन ने शीघ्र दखल लेकर पिछले जुलाई महीने के केशरी कार्डधारक परिवार को खाद्य आपूर्ति होने हेतु कार्रवाई करनी चाहिए ऐसी मांग की जा रही है.