वरठी. लाकडाउन के कारण पिछले 3 महीने से आटोरक्सिा बंद होने से आर्थिक संकट में आए आटोरिक्शा चालक प्रवीण विजय मेश्राम (32) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना वरठी के सुभाष वार्ड में घटी. आटोरक्सिा बंद होने से पिता ने शुरू किए सब्जी व्यवसाय में वह हाथ बटा रहा था, किंतु उसमें भी कुछ आय नहीं होने के कारण उसने आत्महत्या करने के कयास लगाया जा रहे हैं.
प्रवीण वरठी से भंडारा तक आटोरिक्शा चलाता था. पिछले 3 महीने से कोरोना लॉकडाऊन के कारण उसका काम बंद था. जिससे वह आर्थिक संकट में आया था. पिता भी आटोरिक्शा चलाने का व्यवसास कर रहे थे. पिता का भी व्यवसाय ठप पड़ था. घर में भुखमरी की हालत बन गई थी. आटोरिक्शा बंद होने से पिता ने वरठी में ही सब्जी का व्यवसाय शुरू किया था, किंतु नया व्यवसाय होने से पैसे कम पड़ रहे थे.
प्रवीण का पिछले कुछ महीनों से संतुलन बिगड़ गया था. ऐसे में सोमवार को अपने घर के किचन रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या की. पिता काम से बाहर गया थे और माता तैयार की गयी बीड़ी पहुंचाने गयी थी. काम पर से घर में आने पर प्रवीण घर में दिखायी नहीं दिया. उस समय घर की बिजली आपूर्ति बंद थी. इधर उधर देखने के बाद वह फांसी लगायी हुई अवस्था में दिखायी दिया. घटना की जानकारी वरठी पुलिस को दी गयी. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.