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भंडारा. आयुध निर्माणी जवाहरनगर से भंडारा रोड रेलवे स्टेशन तक रेल पटरी की मौजुदगी एवं भंडारा शहर के बीचोंबीच 50 एकड़ के लगभग भूमि की बदौलत भंडारावासी रेलवे स्टेशन एवं नियमित ट्रेनों का सपना देखते आए हैं. उम्मीद को जिंदा रखने के क्रम में समय-समय पर सर्वेक्षण भी किया गया. लेकिन अब भंडारा जिलावासियों का बड़ा झटका देते हुए रेलवे प्रशासन ने जवाहरनगर से लेकर भंडारा रोड तक की रेलवे पटरी उखाड़ने का आदेश दिया है. इस पर अमल भी शुरू हो चुका है. जानकारी के अनुसार अब तक करीब 2 किमी पटरी को हटाया जा चुका है.

आयुध निर्माणी के लिए थी रेल पटरी
भंडारा आयुध निर्माणी जवाहरनगर की सहुलियत एवं निवेश के बूते रेलवे प्रशासन ने 60 के दशक में भंडारा शहर में 50 एकड़ के लगभग जमीन खरीदी. जवाहरनगर से भंडारा रोड की 13 किमी दूरी में रेलवे पटरी के आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया था. सूत्रों की माने तो रेलवे पटरी बिछाने का खर्च आयुध निर्माणी ने उठाया था. रेलवे पटरी ने आयुध निर्माणी की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लगभग 90 के दशक तक आयुध निर्माणी द्वारा उत्पादित माल की ढुलाई के लिए पटरी का इस्तेमाल हुआ. किंतु बाद के क्रम में ढुलाई खर्च में कमी एवं समय की बचत का मुद्दा आगे करते हुए आयुध निर्माणी ने सड़क मार्ग का चयन किया. फलस्वरूप जवाहरनगर से भंडारा रोड रेल लाइन का इस्तेमाल पूरी तरह बंद हो गया.

5 साल पुराने आदेश पर अब अमल
आयुध निर्माणी ने रेलवे को बता दिया था कि उसे इसकी जरूरत नहीं है. इसके अलावा रेलवे पटरी के ऊपर में हाइटेंशन पावर लाइन की मंहगी कापर वायर के बार-बार चोरी होने की घटनाओं से रेलवे सुरक्षा विभाग एवं आयुध निर्माणी दोनों परेशान थी. सूत्रों की माने तो रेल पटरी का उखाड़ने के बारे में आदेश जारी हुआ था. लेकिन रेल यात्री संगठनों के दबाव में राजनीतिक स्तर पर उठाए गए कदमों की वजह से पटरी उखाड़ने का काम टलता गया. लोगों की मांग पर विचार करते हुए भंडारा शहर में रैक पाईंट एवं भंडारा से भंडारा रोड शटल ट्रेन की संभावना को लेकर सर्वेक्षण भी किया गया. लेकिन इस आदेश पर अब जाकर अमल हो रहा है.

चुपचाप शुरू हुआ काम
भंडारा रोड से जवाहरनगर के बीच रेल पटरी उखाड़ने के बारे में टेंडर जारी किया गया एवं पिछले दो तीन दिन से युद्धस्तर पर काम भी शुरू हो चुका है. काम की भनक तक किसी को नहीं लगी. जब मंगलवार एवं बुधवार को रेल पटरियों का क्रेन की सहायता से ट्रक पर लादते हुआ दिखाई पड़ा. तब जाकर होहल्ला मचा.

होगी फेंसिंग, लगेंगे पेड
बुधवार को इस संबंध में जानकारी जुटाने के लिए भंडारा रोड रेलवे स्टेशन,  नागपुर डीआरएम से संपर्क किया गया. लेकिन पर्याप्त जानकारी नहीं मिल पायी. भंडारा गोंदिया लोस क्षेत्र सांसद सुनील मेंढे के माध्यम से पता चला कि पटरी को उखाड़ने के पश्चात फेंसिंग किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पटरी उखाड़ने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका था.

नहीं पूरा होगा भंडारा में  ट्रेन आने का सपना
भंडारा रोड से जवाहरनगर के बीच रेलवे पटरी उखाड़ने के बाद भंडारावासियों के आंखों में आंसू है, उन्हें लगता था कि भंडारा शहर में रेलवे स्टेशन बनेगा. भंडारा शहर तक ट्रेन आएगी. भविष्य में जब नागपुर से भंडारा तक मेट्रो लाने का उपक्रम चलाया जाएगा. इस पटरी का इस्तेमाल हो सकेगा. लेकिन लगता है कि पटरी के उखाड़ने के साथ ही इन अटकलों पर विराम लग गया है.

राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव
भंडारा शहर में रेलवे स्टेशन का निर्माण एवं ट्रेन संचालन मुश्किल विषय नहीं था. लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति कमजोर साबित हुई. डर है कि कहीं रेलवे की बजाए किसी अन्य व्यावसायिक प्रोजेक्ट के लिए इसका इस्तेमाल न हो.