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भंडारा (का). पेट्रोल-डीजल की दरें बढ़ने के कारण साइकिल की मांग इन दिनों बहुत बढ़ गई है. कोरोना महामारी के कारण हर परिवार का बजट गड़बड़ा गया है, इसलिए कुछ घरों में पुरानी साइकिल फिर से निकली है, या तो लोग साइकिल खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं. साइकिल की मांग बढ़ाने से उसके दाम पर भी असर पड़ रहा है. हालांकि आज के दौर में गरीबों की सवारी कही जाने वाली साइकिल की कीमत भी बहुत बढ़ गई है.

बढ़ती मंहगाई के कारण जिन लोगों के लिए न तो पेट्रोल और न ही डीजल से चलने वाले वाहन का वहन नहीं कर सकते हैं, वे साइकिल को भी बेहतर विकल्प मानते हैं. मांग बढ़ने से साइकिल के दाम भी बढ़ गए हैं. ज्यादातर उपयोग में लायी जाने वाली साइकिल की कीमत में 300 रूपए तथा रेसर साइकिल की कीमत में 1000 रूपए की वृद्धि हुई है. पहले साधारण साइकिल का ही ज्यादा उपयोग किया जाता था, लेकिन अब रेसर साइकिलों की ही मांग ज्यादा होने लगी है, इसलिए साधारण साइकिलें बेचने के प्रति दुकानदार भी दिलचस्पी नहीं दिखाते.