मृतक ग्रामसेवक के परिवार को 2.81 लाख की नकद

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पालांदूर. वर्ष 2005 के बाद कार्यरत एक लोक सेवक का सेवानिवृत्ति वेतन सरकार की ओर से बंद कर दिया गया व सेवा में मारे गए कर्मचारी के परिवार को कोई लाभ नहीं मिला. इस कारण ग्रामसेवक संगठन ने धन जुटाया व मृतक कैलाश चुटे के परिवार को 2 लाख 81 हजार 500 रुपये की मदद करके मानवता का परिचय दिया गया. महालगांव निवासी कैलाश चुटे (42) को वर्ष 2007 में साकोली पंस में ग्रामसेवक पद पर नियुक्त किया गया था.

भंडारा पंस में स्थानांतरित कर दिया गया. ड्यूटी पर रहते हुए, उन्हें 22 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ा. जिससे उनकी मौत हो गई. वर्ष 2005 के बाद कार्यरत थे. उनकी पत्नी या परिवार को सेवानिवृत्ति के वेतन का लाभ नहीं दिया गया. ग्राम सेवक संगठन डीएनई 136 एवं ग्रामसेवक संघ को उनके निधन की सूचना मिली. जिले के सभी ग्राम सेवक अंत्येष्टि में शामिल हुए. दोनों ग्रामसेवकों के संगठन के पदाधिकारियों ने आपस में निर्णय लिया. प्रत्येक ग्रामसेवक ने 1000 रुपये मृतक कैलाश चुटे के परिवार को देने का आह्वान किया.

जिले के प्रत्येक ग्रामसेवक ने 1000 रुपये अपने अपने जिलाध्यक्ष की ओर जमा किए. पूरी राशि 2 लाख 80 हजार 500 रुपये ग्रामसेवक संगठन डीएनई 136 के जिलाध्यक्ष दिगंबर गभणे, महासचिव जयश वेदी, ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष कालिदास माकडे, महासचिव सुधाकर चिंधालोरे सभी जिला पदाधिकारी व तहसील कार्यकारिणी के प्रमुख उपस्थिति में मृतक ग्रामसेवक कैलास लुटे की पत्नी की ओर नकद स्वरूप में सौंपी गई. फोटो. 26 ओसीटीबीएच मदद करते हुए