Central Team, Flood Affected Area

  • नुकसानग्रस्तों से साधा संपर्क, क्रेंद्र सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

Loading

भंडारा (का). बाढ़ के कारण भंडारा जिले में हुए नुकसान का जायजा लेने आए केंद्रीय दल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा पूरा कर लिया है. यह दल अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को शीघ्र ही सौपेंगा. दिल्ली से भंडारा आए केंद्रीय दल ने विगत शनिवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दल ने भंडारा, पवनी तथा लाखांदूर तहसील में बाढ़ से हुई तवाही का ज़ायज़ा लिया और बाढ़ प्रभावितों से बातचीत करके उनके दुख- दर्द को जाना.

नागपुर के कृषि संचालक आर. पी. सिंह, केंद्र के ग्राम विकास विभाग के उपसचिव एस.एस.मोदी, महेंद्र सहारे का केंद्रीय दल में समावेश था. इस दल ने भंडारा के जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके यह जाना कि बाढ़ के कारण कितनी तबाही हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के बाद जो रिपोर्ट केंद्रीय दल ने तैयार की है, उसे वह शीघ्र ही केंद्र सरकार के समक्ष रखेगी.  किसानों तथा गांव के लोगों ने केंद्रीय दल को बाढ़ से हुए नुकसान के बारे जानकारी दी.

बाढ प्रभावितों से गुहार लगायी कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा नुकसान भरपाई दी जाए. नागरिकों ने केंद्रीय दल को घरों, कृषि, पशुओं के रहने के स्थान, पशु-पक्षियों के नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बेला- कोरंबी मार्ग पर स्थित 910 मीटर का रास्ता बाढ़ में बह गया है, वह स्थल का अवलोकन भी केंद्रीय दल ने किया. इसी तरह इस दल ने घरों, खेतों तथा गोठों ( गाय, बैल के रहने का स्थान) का भी  मुआयना किया. पिंडकेपार के सेवकराम साठवणे नामक किसान से केंद्रीय पथक ने चर्चा करके बाढ़ से उन्हें कितता नुकसान हुआ, इसकी जानकारी भी प्राप्त की. पिंडकेपार के किसानों ने केंद्रीय दल को बताया कि बाढ़ से यहां की धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है.

Central Team, Flood Affected Farm

पिंडकेपार के बाद केंद्रीय दल भंडारा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खमाटा क्षेत्र में पहुंचा. खमाटा में भी केंद्रीय दल ने घरों, खेतों में जाकर यह जाना कि बाढ़ के कारण इस क्षेत्र के किसानों तथा आम लोगों को कितना क्षति उठानी पड़ी है. खमाटा के किसानों ने केंद्रीय दल को मत्स्य खेती के नुकसान के बारे में भी जानकारी प्रदान की.

केंद्रीय दल को इस बारे में जानकारी मिली कि पवनी तहसील के अंतर्गत आने वाला पौनाखुर्द पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. इस गांव के घरों तथा गोठों का मुआयना भी केंद्रीय दल ने किया. नदी के तट पर स्थित पौना गांव के लोगों से भी बातचीत की. इसापुर के किसानों ने केंद्रीय दल को बताया कि यहां छह एकड़ धान की फसल नष्ट हुई है. भंडारा तहसील के पिंडकेपार, खमाटा गांव में भी केद्रीय दल ने दौरा किया.

जिलाधिकारी संदीप कदम, उपविभागीय अधिकारी संदीप मस्के, तहसीलदार साहेब राव राठोड, पवनी की तहसीलदार नीलिमा रंगारी, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी हिंदुराव चव्हाण, उपविभागीय कृषि अधिकारी मिलिंद लाड, अरुण बलसाने अदि इस मौके पर उपस्थित थे.