साकोली (सं). साकोली में उप विभागीय अधिकारी के साथ-साथ तहसीलदार का भी कार्यालय है. तहसील के नागरिकों के बहुत से काम इस कार्यालय के माध्यम से होते हैं. पहले ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध न होने के कारण किसानों, विद्यार्थियों को कार्यालयीन कार्य के लिए कार्यालय में आना ही पड़ता है लेकिन अब ऑनलाइन कामकाज के कारण बहुत से काम ऑनलाइन सेवा केंद्र के माध्यम से किए जाते हैं.
इससे पहले जिस काम के लिए 10 दिन लग जाते थ, वे दो तीन में ही पूरे हो जाते हैं. लेकिन ऑनलाइन कामकाज में सबसे जयादा परेशानी तब होती है, जब नेटवर्क महीं होता. ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या बहुत ज्यादा होती है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन कामकाज परेशानी का सबब बन रहा है.
अगस्त माह से लेकर वर्तमान अक्टूबर माह तक ऑनलाइन के माध्यम से मिलने वाला जाति प्रमाण पत्र के गरीब लोगों ने ऑनलाइन जरिए आवदेन किया था, लेकिन अभी तक इन लोगों को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया है. अगस्त में आवेदन करने के बावजूद जाति प्रमाण पत्र नहीं मिला है. अब तो अक्टूबर माह भी समाप्त होने वाला है, फिर भी जाति प्रमाण पत्र न मिलने के कारण गरीब लोग ऑनलाइन कार्य प्रणाली ने खासे परेशान हैं. कोरोना के नाम पर साकोली कार्यालय में जारी मनमाने कामकाज की उच्चस्तरीय जांच की मांग स्थानीय लोगों ने की है.