- लेकिन अन्य कक्षाएं है शुरू, जीवन से खिलवाड़
तुमसर. शहर की एक स्कूल में एक छात्र कोरोना पाजिटिव निकलने के बाद स्कूल प्रशासन द्वारा सबंधित कक्षा को छुट्टी दी गई है. लेकिन अन्य कक्षाएं हमेशा की तरह शुरू है. सरकारी नियमानुसार पूरे स्कूल को बंद करना अनिवार्य था. एक ही इमारत में स्कूल भरने से अन्य छात्रों के लिए कोरोना के खतरे की संभावना से इंकार नहीं किया जाता है. इसमें पालकों द्वारा सवाल किया जा रहा है कि क्या स्कूल प्रशासन ने स्थानीय शिक्षा विभाग को इस बारे में सूचित किया था. यदि किया तो क्या शिक्षा विभाग इस ओर अनदेखी कर रहा है.
स्कूल बंद करना जरूरी था
स्कूल का छात्र पाजिटिव निकले जाने की संबंधित विद्यालय द्वारा शिक्षा विभाग को सूचित करने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा पूरे स्कूल को बंद करने का आदेश देना चाहिए था. लेकिन यहां स्कूल प्रशासन ने शिक्षा विभाग को गलत जानकारी दी गई है. अथवा शिक्षा विभाग इस बात को नजरअंदाज कर रहा है, इसे लेकर चर्चाए व्याप्त है.
कुछ दिनों पूर्व शहर की एक स्कूल में एक छात्र कोरोना पाजिटिव निकलने के बाद स्कूल प्रशासन द्वारा सरकार के नियमों के अनुसार लगभग 14 दिनों के लिए पूरे स्कूल को छुट्टी दे दी गईं थी. यदि कोई छात्र कोरोना से संक्रमित होता है, तो पूरा स्कूल प्रशासन जाग जाता है. लेकिन यहां ऐसा नहीं दिखाई देता है.
नियमों का उल्लंघन
राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को शुरू करते समय प्रत्येक छात्र का तापमान जांचने, सैनिटाइजर की व्यवस्था करने एवं कक्षा में छात्रों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन अनेक स्कूल प्रबंधन द्वारा हकीकत में इसका पालन नहीं किया जा रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है. इस कारण शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रत्यक्ष स्कूल में जाकर निरीक्षण करने एवं जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश को कार्यान्वयन करने की आवश्यकता है. यदि स्कूल प्रबंधन द्वारा आदेश की अनदेखी की जाती है, तो तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए.