no Water supply
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लाखनी. तहसील के सोमलवाडा (मेंढ़ा) की दलित बस्ती में सौर पंप खराब होने के कारण इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. जिप अंतर्गत 2017-18 में भूजल सर्वेक्षण व विकास विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के माध्यम से दोहरी पम्प योजना को अमल में लाया गया. किंतु वर्तमान में योजना बंद है. इसलिए इस वर्ष इस क्षेत्र के लोगों को पेय जल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. 

हवा उगल रहे हैंडपम्प 
दोहरी पंप योजना के लिए 5,8,625 रुपये खर्च किए गए. योजना का संचालन की जिम्मेदारी स्पेलोक्ट्रोटेक सेल्युशन को सौंपी गई. हनुमान मंदिर के पास स्थित एक हैंडपंप  वार्ड क्रमांक एक में बुद्ध बिहार के सामने स्थित क्षेत्र में लगाया गया है, किंतु गर्मी होने की वजह से पानी का स्तर बहुत घट गया है. इस वजह से हैंडपंप में पानी ही नहीं आ रहा हैं.

कोसो दूर से लाना पड़ रहा जल
ग्रीष्मकाल में दोहरी पंप योजना बंद है. जिसके कारण इस क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को पानी के लिए कोसो दूर से पानी लाना पड़ रहा है. ग्रापं को मिलनी वाली 15 प्रश निधि दलित क्षेत्र के लिए खर्च करना जरूरी है. ग्रापं के नियंत्रण में नहीं रहने के कारण नागरिकों को पानी के लिए मारपीट करने की नौबत आ गई है.