Madhav Bante

  • जिले में गोदामों की समस्या बरकरार

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मोहाड़ी. मोहाड़ी सहकारी कृषि खरीदी बिक्री समिति के अध्यक्ष माधवराव बांते ने जानकारी दी कि सरकार की ओर से लगाई गई शर्तों के अनुसार समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्र पर इलेक्ट्रानिक वजन कांटे से धान खरीदी की जाए. मोहाड़ी सहकारी कृषि खरीदी व बिक्री समिति के तहत इन स्थानों पर मोहाड़ी, मोहगांव देवी, पालोरा, आंधलगांव, ताड़गांव में समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्र शुरू किए गए थे.

सरकार की शर्तों के अनुसार सभी स्थानों पर व्यवस्थित धान खरीदी केंद्र शुरू किए गए है. ताड़गांव में पिछले वर्ष से धान खरीदी केंद्र शुरू किया गया है, जो जंगल से घिरा है. मोहाड़ी तहसील से घिरा हुआ है. जिले के कई केंद्रों में धान संग्रहण गोदाम की समस्या है. इसके कारण धान को खराब होने के जोखिम को स्वीकार करते हुए खुले में खरीदी करना पड़ता है.

ताड़गांव का गोदाम हाउसफुल

पिछले वर्ष ताड़गांव के एक किसान को सरकार से अनुदान मिला था. जिसकी वजह से वहां पर धान का भंडारण किया गया था, किंतु  इस वर्ष इस किसान के संस्थान को धान खरीदी केंद्र मिलना चाहिए, ऐसा प्रयास शुरू हो गया है. किसान ने उस समय जमीन नहीं दी. इसलिए 6,000 क्विंटल की क्षमता वाला एक गोदाम किराए पर लिया गया है. 183 किसानों ने उस गोदाम में धान की खरीदी और भंडारण किया. ताडगांव केंद्र एक गांव का नहीं है. बल्कि उस केंद्र से 10 गांव जुड़े हुए है. ताड़गांव का गोदाम भरा हुआ है. वर्तमान में मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी की है. किसी भी नुकसान को रोकने के लिए अनाज खरीदी केंद्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. 

नए धान खरीदी केंद्र की मांग

सालई खुर्द में भंडारण अनाज खरीदने के लिए 12 दिसंबर को अनुमति दी गई है. पंजीयन के बाद सरकारी पोर्टल से धान की गिनती करने के निर्देश मिलने के बाद ही किसानों को धान केंद्र पर लाने कहा गया था. कई किसानों के फार्म हर दिन आते हैं और केवल 20 से 25 किसानों के धान की गिनती एक दिन में की जा सकती है. इसमें भी बड़े किसानों के धान ज्यादा रहने पर देरी होती है. संस्था द्वारा 5 ही केंद्रों पर इलेक्ट्रिक कांटे से वजन होता है. 88 किसानों ने जिला विपणन अधिकारी को बताया कि उन्होंने माप के पैसे नहीं दिए.

मोहाड़ी तहसील के पिछले वर्ष में बेरोजगार संस्था के वरठी, रोहना, नेरी, डोंगरगाव, उसर्रा, कान्द्री, चिचोली ऐसे 7 केंद्र बंद होने से इन केंद्रों का बोझ हम पर आया है. बंद केंद्रों को तुरंत शुरू किया जाए. ताकि अनाज की गिनती में देरी नहीं हो. समिति का संगठन मार्केटिंग फेडरेशन ए श्रेणी का सदस्य है. माधवराव बांते ने कहा कि संगठन ने एक नए धान खरीदी केंद्र की मांग की. धान बेचने वालों को ताड़गांव धान केंद्र के बारे में कोई शिकायत नहीं है. कुछ लोग वहां राजनीति कर रहे हैं.