Flood, Bhandara
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  • पंस सदस्य नागपुरे ने की तत्काल सूची में दुरुस्ती की मांग

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तुमसर. राजस्व विभाग के कर्मचारियों की गलती के कारण क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित किसानों को अब तक आर्थिक सहायता नहीं मिलने से किसानों की आशाओं पर पानी फिर गया है. आर्थिक समस्याओं के कारण किसानों की दिवाली ठंडी रही थी. सरकार द्वारा दिवाली के पूर्व ही बाढ़ पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता भेजी गई थी, लेकिन राजस्व विभाग द्वारा बैंकों में भेजी गई सूची मराठी भाषा मे होने के कारण किसानों के खाते में राशि जमा नहीं की गई थी. पूर्व पंस सदस्य हीरालाल नागपुरे ने तत्काल पीड़ितों की सूची अंग्रेजी में कर किसानों के खाते में सहायता राशि जमा करने की मांग की गई है.

अगस्त माह में आयी बाढ़ ने तहसील के 19 गांवों के किसानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया था. तब राज्य के जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र का दौरा कर किसानों को तत्काल सहायता देने का आश्वासन दिया गया था. इसके पश्चात राजस्व विभाग द्वारा सर्वेक्षण कर सूची सरकार की ओर भेजी गई थी. उसे मंजूरी प्रदान कर सरकार द्वारा सहायता राशि भी भेजी गई थी, लेकिन राजस्व विभाग द्वारा बैंकों में भेजी सूची मराठी में होने के कारण किसानों के खाते में दिवाली के पूर्व सहायता राशि जमा नहीं होने से किसानों को निराश होना पड़ा था. दिवाली के दौरान किसानों के घरों में मातम छाया हुआ था. अभी इस बात को लेकर 15 से 20 दिन हो चुके हैं. फिर भी राजस्व विभाग द्वारा सूची दुरुस्त कर नहीं भेजी गई है.

बाढ़ और कीटनाशकों से हुई हानि

नागपुरे ने कहा कि इस वर्ष क्षेत्र के किसान पहले बाढ़ के कारण तबाह हुए थे. इसके बाद मावा, तुड़तुड़ा नामक कीटाणुओं से शेष फसल को नुकसान हुआ है. इस कारण किसान आर्थिक एवं मानसिक रुप से परेशान दिखाई देता है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से किसानों के खाते में सहायता राशि जमा करने की मांग की गई है.