Crowd, Lockdown
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भंडारा. शहरीकरण का अभाव, उद्योगों की कमी एवं विकास की इच्छाशक्ती नहीं होनेवाली राजनिति आदि कारणों से अंग्रेज कार्यकाल से ही पिछडा होनेवाला भंडारा आज भी उसी स्थिति का सामना कर रहा है. लेकिन पिछले 110 वर्ष में जिले की आबादी का दर औसत देढ प्रश. से बढने का दिखाई दे रहा है. वर्ष 1901 में भंडारा जिले की आबादी 2 लाख 76 हजार 306 इतनी थी. वर्ष 1911 में इसमें 1.55 प्रश. वृद्धी हुई. 3 लाख 22 हजार 277 पर आबादी पहुंची.

वर्ष 2011 के जनगणना अनुसार जिले की आबादी 12 लाख 334 इतनी है. इसमें 6 लाख 5 हजार 520 पुरूष, 5 लाख 94 हजार 814 महिलाओं का समावेश है. वर्ष 2011 के जनगणना अनुसार 19.5 प्रश. आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है. लिंग गुणोत्तर का प्रमण 982 है. वर्ष 2001 से 2011 इस 10 वर्ष के कार्यकाल में जिले की आबादी 64 हजार 188 से बढी है. जिले की औसत जनसंख्या की घनता 294 इतनी है. वर्ष 1961 के जनगणना में भंडारा जिले में 3 तहसील, 1648 गाव थे. वर्ष 1971 में 3 तहसील एवं 1659 गाव थे. 1981 में 10 नए तहसील तैयार हुए.

वर्ष 2001 के जनगणना में भंडारा जिले से गोंदिया को अलग किया गया था. इस कारण भंडारा जिले में 7 तहसील, 12 शहर एवं 864 गाव जनगणना के लिए चुने गए थे. भंडारा जिला विकास संबंध में पिछडा ही है. किंतु जनसंख्या में वृत्री कायम है. जिले में बिजली, जल, प्राकृतिक साधन सामुग्री, खनिज संपत्ती की कोई भी कमी नहीं रहने के बावजूद भी यहां रोजगार का अभाव है.