लाखांदूर (सं). सरकारी ग्रीष्मकालीन समर्थनमूल्य धान खरीदी केंद्र शुरू होने में केवल पखवाडा ही बित जाने के तुरंत बाद ही पारडी परिसर के किसानों ने मांग की है कि ग्रेडर को शीघ्र हटाया जाए. इस मांग का निवेदन लाखांदूर कृउबास प्रशासन की ओर सौंपा गया.
प्राप्त निवेदन अनुसार पिछले पखवाडा के पूर्व तहसील के पारडी में ग्रीष्मकालीन धान फसल के लिए सरकारी समर्थनमूल्य धान खरीदी केंद्र शुरू किया गया. इस केंद्र पर पारडी, मुर्झा एवं झरी आदि गाव के किसानों को ग्रीष्मकालीन धान सरकारी दर से बक्रिी की सुविधा करवा दी गयी है. तहसील के खरीदी बक्रिी सहकारी संस्था अंतर्गत पारडी के समर्थनमूल्य केंद्र पर मेंढे नामक ग्रेडर की नियुक्ती की गयी है.
संबंधित ग्रेडर धान खरीदी करते समय नियम के बाहर जाकर व्यापारियों के धान की खरीदी कर रहे है ऐसा आरोप किया गया है. यह खरीदी करते समय संबंधित ग्रेडर बिना सातबारा से ही सुर्योदय से ही धान मोजमाप करने का शिकायत में दर्ज है. इस केंद्र पर इलेक्ट्रानिक वजन काटे के बजाए साधे वजनकाटे से ही मोजमाप किया जाता है. एवं किसानों द्वारा प्रति बोरे 10 रु. अनुसार नगद हमाली वसुल की जाती है.
इस संपूर्ण मामले की शीघ्र जांच कर दोषि ग्रेडर को तत्काल हटाया जाए ऐसे मांग का निवेदन सौंपा गया है. निवेदनकर्ताओं में प्रोपेसर किरपान, नेपाल ठवकर, किशोर कन्नाके, भोजु ठलाल, शंकर मेंढे, ईश्वर मेश्राम, शालीकराम टेंभुर्णे, कांता मेश्राम, धनपाल ठलाल, भोजराज लाडे के साथ अन्य 10 किसानों का समावेश है.
योग्य कार्रवाई की जाएगी : सभापती परशुरामकर
लाखांदूर खरीदी बक्रिी संस्था सभापती रामचंद्र परशुरामकर ने बताया कि किसानों ने ग्रेडर के खिलाफ की शिकायत अब तक प्राप्त नहीं हुई है. शिकायत प्राप्त होते ही जांच करके योग्य कार्रवाई की जाएगी.