भंडारा. बीज खरीदी और बुआई के बाद अब किसानों की डिमांड तणनाशक एवं कीटनाशकों की खरीदी को लेकर बढ़ी है़ इसके खरीदी के लिए किसान कृषि केंद्र पहुंच रहे है़ं बिजली की आंखमिचौली से परेशान किसान फिलहाल हुई वर्षा से खुश है़ इसके चलते किसान कृषि केंद्र से कीटनाशक एवं तणनाशकों में ओडीसी परश्युट, टरगासुपर, आदामा शाकेद, सोलोमन, अल्लीका की खरीदी करने में लगे है़ं कीटनाशक एवं तणनाशक में पिछले वर्ष के मुकाबले 5 से 10 प्रश कीमतें बढ़ी है. कीटनाशक 430 से 680 रुपए प्रति लीटर चल रहा है़ पौधों पर दवा के छिड़काव के लिए अब भी किसानों को चाइना के उत्पाद पर निर्भर रहना पड़ रहा है़
बाजार में कुछ कीटनाशक दवा का शार्टेज
चाइना में बने स्प्रे पम्प से ही किसान कीटनाशक का छिड़काव फसलों पर करते है़ व्यापारियों के अनुसार बारिश के नदारद रहने से किसान तणनाशक एवं कीटनाशक के लिए आ नहीं रहे थे़ लेकिन अभी एक बारिश होने के बाद मार्केट में हलचल बढ़ गई है़ इस बार कीटनाशकों में बहुत अधिक कीमतें नहीं बढ़ने से किसानों को बीज की तरह इसमें महंगाई का सामना नहीं करना पड़ रहा है़ बाजार में कीटनाशकों की उपलब्धता फिलहाल है, लेकिन कुछ दवा का शार्टेज चल रहा है़ व्यापारियों का कहना है कि हमारे कृषि प्रधान देश को कृषि में उपयोग होने वाली चीजों के लिए चाइना पर निर्भरता कम करनी चाहिए़ चाइना से प्लास्टिक पम्प, पेट्रोल के पम्प, बैटरी पम्प सहित अन्य तरह की कृषि संबंधित चीजें आती है़
पिछले वर्ष कोरोना संकटकाल से हुई थी किल्लत
व्यापारियों के अनुसार पिछले वर्ष चाइना में कोरोना के प्रकोप के कारण स्प्रे पम्प की किल्लत हुई थी़ वहीं इस बार स्थिति कुछ हद तक सामान्य होने से किसी प्रकार की किल्लत नहीं है़ देश में स्प्रे सहित विविध तरह की छोटी-बड़ी वस्तएं वहीं से आती है़ कृषि उत्पादों के लिए चाइना की निर्भरता से देश को बाहर निकलना पड़ेगा़ ऐसा नहीं हुआ तो किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है और इससे उत्पादन में भी परेशानी खड़ी हो सकती है़