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भंडारा. महात्मा जोतिराव फुले किसान कर्जमुक्ती योजना 2019 के तहत कर्जमाफी का लाभ प्राप्त नहीं होनेवाले किसानों को शुरू मौसम खरीफ फसल कर्ज मिलेगा. इस संदर्भ में 22 मई को सरकारी नर्णिय भी निकाला गया है. 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2019 तक भंडारा जिले के किसानों के लिए 1 या अधिक कर्ज लिया गया जिसमें 30 सितंबर 2019 तक 2 लाख रुपये की राशि तक मूलधन और ब्याज के साथ अल्पकालिक फसली कर्ज नहीं चुकाया गया है. ऐसे किसानों को उनके कर्ज खाते में 1 लाख रु. तक कर्ज राहत का लाभ दिया जाएगा. इसमें अल्प, अत्यल्प जमिनधारक किसानों अनुसार भूमि की अवधारणा का क्षेत्र ध्यान में नहीं रखा जाएगा.

कर्जमुक्ती योजना के लिए पात्र लाभार्थी किसानों के अंतिम सूची में नाम होनेवाले किंतु कोरोना के संकट के कारण कर्जमुक्ती का लाभ प्राप्त नहीं होनेवाले किसानों को शुरू खरीफ मौसम में फसल कर्ज दिया जाएगा. कर्जमाफी के लिए पात्र रहने के बावजूद भी खाते में पैसे एवं कर्जमाफी का लाभ नहीं मिलनेवाले किसानों को भी शुरू खरीदी मौसम के तहत फसल कर्ज उपलब्ध कर दिया जाएगा. इस घोषणा से किसानों को बडा दिलासा मिलेगा. किसानों को नए से फसल कर्ज मिलेगा. यह राशी सरकारी नर्णिय अनुसार अब किसानों के बजाए सरकारी बैंक को दी जाएगी.

इस घोषणा से किसानों को बडा दिलासा मिला है. किसानों को नए से फसल कर्ज मिलेगा. यह राशी सरकारी नर्णिय अनुसार अब किसानों के बजाए सरकारी बैंक को दी जाएगी. कर्जमाफी के तहत यह निधि सरकार देगी. कोरोना संकट के दौरान किसानों को भी विभन्नि समस्याओं से गुजरना पडेगा.

6324 पात्र किसानों के प्रमाणीकरण की नई सूची
जिले में 31 हजार 574 किसान कर्जमाफी के लिए पात्र हुए थे. इनमें से 20 हजार 71 किसानों को कर्जमाफी का लाभ मिला है. इनमें से कुल 1 हजार 293 किसानों को कर्जमाफी का लाभ नहीं मिलने की आनलाईन शिकायत थी. शेष किसानों की कर्जमाफी कोरोना के कारण घोषित किए गए लाकडाउन की वजह से रूकी थी. किंतु अब सरकार ने नए से 6 हजार 224 पात्र किसानों की सूची प्रमाणीकरण कर नए से फसल कर्ज देने की सूचना दी गयी है.

लाकडाउन के पूर्व बीडीसीसी बैंक भंडारा द्वारा 15 हजार 664 किसानों का आधार प्रमाणीकरण हुआ था. उन किसानों के खाते पर 35.80 करोड रु. राशी जमा हुई है. तथा बीडीसीसी बैंक के तहत 7 हजार 325 किसान एवं राष्ट्रीयकृत बैंक के 2 हजार 260 आधारकार्ड का प्रमाणीकरण शेष है.