Dhwajastambh

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भंडारा. विदर्भ में सबसे उंचे ध्वजस्तंभ की स्थापना भंडारा शहर में हुई थी. लेकिन पिछले 15 अगस्त में तकनीकी कारणों की वजह से ध्वजारोहण नहीं हुआ था. इससे लोगों में भी नाराज़गी थी. पिछले की गलती से सबक लेते हुए भंडारा नगर परिषद द्वारा 121 फीट उंचे ध्वजस्तंभ के रंगरोगन एवं मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर जारी है. शनिवार को पूरी रात काम जारी रहा. इसके बाद रविवार रात्री को शेष कार्य निपटाते हुए तिरंगा उपर चढाने की मशीन का टेस्टिंग करने की जानकारी सूत्रों ने दी.

उल्लेखनीय है कि नगराध्यक्ष सुनिल मेंढे का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा 121 फीट उंचे ध्वजस्तंभ की वजह से भंडारा शहर सुर्खिंयों में आया था. ध्वजस्तंभ पर 31 फीट तिरंगा दिन रात फहराया जाता रहा. लेकिन कुछ समय पर तेज हवा की वजह से तिरंगे क्षतिग्रस्त होने के बाद नप ने निर्णय लिया कि विशेष मौकों पर ही तिरंगा फहराया जाएगा. लेकिन 2020 में 15 अगस्त पर जब तिरंगा उपर चढाने की मशीन में खराबी आयी. स्वतंत्रता दिन पर ध्वजस्तंभ पर तिरंगा नहीं होने की वजह से नागरिकों की तीव्र प्रतिक्रियाओं का  सामना नप प्रशासन को करना पडा था. इसके बाद सभी की निगाहें 26 जनवरी के मौके की ओर है. इस बार नप कोई जोखीम उठाना नहीं चाहती. समय पूर्व सभी तैयारियों को पूरा करने की विश्वास नप सूत्रों ने दिया.

चूंकि ध्वजस्तंभ यह व्यस्ततम गांधी चौक में स्थित है. ध्वजस्तंभ उंचा होने की वजह से क्रेन की सहायता लेने पडती है. दिन में काम करने पर ट्राफिक जाम हो सकता था. लोगों को परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखते हुए ध्वजस्तंभ का रंगरोगन एवं बाकी काम किए जा रहे है. गणराज्य दिन की पूर्वसंध्या पर ही ध्वजस्तंभ को पूरी तरह से तैयारी होने का दावा किया जा रहा है.