Grain being distributed for free, eagles are not getting ration shoppers

Loading

तुमसर. कोरोना संक्रमण को लेकर किये गए लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा गरीबों के लिए मुफ्त में उपलब्ध कराया गया अनाज तहसील के ब्राम्हण टोला के राशन दूकानदार द्वारा बिक्री किये जाने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा शिवसेना पदाधिकारियों से की गई है. 

लाइसेंस रद्द करने की मांग
उन्होंने सबंधित दूकानदार का लाइसेंस तत्काल रद्द कर कार्यवाही करने की मांग की है. इस संदर्भ में राज्य के अनाज आपूर्ति मंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपे निवेदन में कहा गया कि तहसील के ब्राम्हणटोला के राशन दूकानदार शिशुकला  नागपुरे द्वारा लॉक डाउन के दौरान ग्रामीणों को मुफ्त में वितरित किये जाने वाली तुवर दाल का दाम वसूल किया गया था, जबकि सरकार द्वारा लॉकडाऊन में कोई भी गरीब भूखा नहीं रहे इस उद्देश्य से 3 माह का राशन मुफ्त में वितरित करने का आदेश दिया गया था. 

55 रु. किलो में दाल
ब्राम्हणटोला (बपेरा) के राशन  दूकानदार द्वारा जून माह में गोदाम से मुफ्त में वितरित किए जाने वाला अनाज उठाने के बाद तुवर दाल 55 रु. प्रति किलो के दाम से सरेआम बेची गई. उनके द्वारा राशन कार्ड धारकों से पैसे वसूल कर बिक्री किये जाने से गांव में असंतोष का वातावरण बना हुआ था.

किया जा रहा अन्याय
वर्तमान स्थिति में ग्रामीणों का रोजगार छिन गया है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति गम्भीर हो चुकी है. ऐसे में सरकार द्वारा मुफ्त में दी जानेवाली  तुवर दाल के दाम वसूल कर ग्रामीणों पर अन्याय किया जा रहा है. नाराज ग्रामीणों ने शिवसेना पदाधिकारियों के साथ  जिला आपूर्ति अधिकारी अनिल बन्सोड़ से भेंट कर ब्राम्हण टोला के राशन दूकानदार की शिकायत की गई थी. 

मंत्रियों को भेजा निवेदन
इसके अलावा राज्य के अन्न आपूर्ति  मंत्री छगन भुजबल, पालकमंत्री सुनील केदार को निवेदन भेजकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की गई थी.  निवेदन देते समय अमित मेश्राम, सुधाकर कारेमोरे, जगदीश त्रिभुवनकर, विजय पाटिल, मनोहर गायधने, जयश्री मिश्रा, पारस भुसारी, स्वनिल सहारे, आनंद बनकर, रविंद्र सहारे, राजू बिरणवार, देवेंद्र सहारे, सदाशिव बनकर आदि  ग्रामवासी उपस्थित थे.