घरकुल के नाम पर किया जा रहा बेघर,  केंद्र से नहीं मिल रही निधि

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    • लाभार्थी काट रहे नपं के चक्कर

    मोहाड़ी. नगर पंचायत ने घरकुल मंजूर किया. मगर केंद्र सरकार ने अभी तक एक भी रुपए मंजूर नहीं किये हैं, मोहाड़ी में कुल 146 घरकुल मंजूर हुए हैं और वह आधे अधूरे पड़े हैं. घरकुल मंजूर होने की वजह से लोग जिस घर में रह रहे थे, उस घर को अपने सपनों का घर बनाने के लिए तोड़ा और सब नागरिक किराए के घर में और आधे अधूरे घर में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

    नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 146 घर को मंजूरी मिली. मगर इस आधार पर कई नागरिकों ने अपना घर बनाना शुरू किया. राज्य सरकार ने अपना पैसा जनता के लिए उपलब्ध कराया. 

    राज्य सरकार ने 14-2-2019 व 8-3-2019 को 2 डीपीआर स्वीकृत की. इस हिसाब से 20-6-2019 व 14-10-2019 तक कुल 1 करोड़ 46 लाख फंड दिए गए. यह फंड तीन हफ्ते में दिया गया. पहले 40 हजार, दूसरे सप्ताह में 20 हजार, तीसरे सप्ताह में 40 हजार ऐसे दिए गए. इसमें 146 स्वीकृत मकानों में 122 लोगों को नियमानुसार बनाया गया.

    इस तरह पैसे बांटे गए. कुल 1 करोड़ 22 लाख रुपये दिए गए. अब तक 24 लोगों ने काम शुरू नहीं किया है. राज्य सरकार ने समय-समय पर धन मुहैया कराया, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से एक रुपया भी नहीं मिला, लेकिन घरकुल लाभार्थी नगर पंचायत के चक्कर काटकर परेशान हो गए.

    रमाई घरकुल योजना की पूरी राशि जमा करें

    रमाई घरकुल योजना के तहत मोहाड़ी नगर पंचायत में 75 आवेदन प्राप्त हुए. जिनमें से 74 आवेदन स्वीकृत हुए. 1 आवेदन लंबित हैं. इनमें से 40 आवास पूर्ण हो चुके हैं, शेष 34 आवासों का कार्य प्रगति पर है.

    वित्तपोषण अभी भी कम आपूर्ति में: गिरेपुंजे

    नपं. पूर्व उपाध्यक्ष सुनील गिरेपुंजे ने कहा कि नप मोहाड़ी को 2 डी.पी.आर. कुल 146 आवास स्वीकृत किए गए. इनमें से 2.50 लाख रुपये प्रति परिवार राज्य सरकार व 1.5 लाख रुपये केंद्र सरकार द्वारा भुगतान किया गया. इसे राज्य का वित्त पोषण प्राप्त हुआ, लेकिन केंद्र सरकार का वित्त पोषण अभी भी कम आपूर्ति में है.