कोरोना के बाद स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी, रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने के लिए नींद जरूरी

    Loading

    भंडारा. कोरोना की दूसरी लहर में नियंत्रण की स्थिति सामने आने के बाद तीसरी लाट रोकने के लिए भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है. इसके साथ ही रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने की भी जोर दिया जा रहा है. कोरोना काल में कम से कम सात घंटे की नींद डाक्टरों ने जरूरी बताया था.

    कम नींद की वजह से ह्दय गति के रूकने, बल्ड प्रेशर, मधुमेह संबंधी शिकायतें, चिड़चिड़ापन, निराशा, मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने जैली परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 

    कोरोना से ठीक होने के बाद कई लोगों को ह्दय रोग, मधुमेह संबंधी बीमारियां होने की शिकायतें मिली, जब डाक्टरों ने इस बारे में मरीजों से पूछा तो यह सच सामने आया कि ये मरीज सही नींद नहीं ले रहे हैं, लिहाजा उनकी तबियत पर असर पड़ रहा है. नींद कम होने से कारण सेहत पर असर पड़ता है और शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है.

    मौसम में बार-बार होने वाले बदलाव के कारण जन स्वास्थ्य पर अस पड़ रहा है, ऐसे में अगर रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ानी है तो अच्छी नींद बहुत जरूरी है.