भंडारा. सामूहिक विवाह अभियान को प्रोत्साहन देने के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा भूली भटकी जाति इन प्रवर्गो के अलावा अन्य पिछड़े वर्गो के लिए शुरु की गई कन्यादान योजना को कोरोना के कारण झटका लगा है. कोरोना के फैलाव के कारण सरकार ने इस योजना की निधि खर्च न करने की तैयारी कर ली है.
विवाह समारोह में बिना मतलब का खर्च होता है, इस खर्च को टालने के लिए सरकार ने पहले से ही सक्रीय है, इसी क्रम में राज्य सरकार की ओर से कन्यादान योजना को समेटने की तैयारी कर ली है. इस योजना के तहत सरकार की ओर से 20 हजार रूपए अनुदान के रूप में दिए जाते हैं. इली तरह विवाह करने वाले हर जोड़े को चार हजार रूपए अनुदान के तौर पर दिए जाते हैं.