भंडारा (का). वर्षाकाल शुरू होते ही सभी ओर जल-जमाव हो जाता है और गंदगी नजर आने लगती है. गंदे पानी में कीड़े-मकोड़े, मच्छर भी खूब होते हैं. इसके अलावा सांप, बिच्छु जैसे विषैले जीव-जंतुओं का आना जाना रहता है. मानसून का मौसम सामान्य लोगों के लिए भले ही बहुत मायने नहीं रखता हो लेकिन किसानों के लिए यह मौसम खासा महत्व रहता है.
मानसून के मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य की विशेष चिंता रहती है. मौसमी बीमारियों के बीच कोरोना का कहर भी जिले के लोगों को लगातार परेशान कर रहा है. कोरोना तथा मौसमी बीमारियों से बचने के लिए सर्तकर्ता बहुत जरूरी है.
बीमारियों के फैलने का सबसे बड़ा गंदगी ही बताया जा रहा है, इसलिए हर नागरिक स्वच्छत की ओर विशेष दे, ऐसी अपील स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के लोगों ने कहा है कि वे सतर्क रहे तथा स्वयं स्वच्छ रहते हुए अपने आसपास का परिसर स्वच्छ रखें ताकि बीमारियों का फैलाव न हो. वर्षाकाल में डेंग्यु, हत्तीरोग, मलेरिया, निमोनिया ये सभी अपने पांव पसारे रहते हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अगर इस रोगों का समय पर उचार नहीं हुआ तो मरीज की मौत भी हो सकती है.