File Photo
File Photo

    Loading

    •   48.91 करोड़ फसल कर्ज का वितरण

    लाखांदूर. इस वर्ष के खरीफ में तहसील के किसानों द्वारा विभिन्न फसलों की बुआई एवं रोपाई के लिए फसल कर्ज उपलब्ध किया गया है. हालांकि तहसील के कुल 48 सेवा सहकारी संस्थाओं के तहत कुल 48.91 करोड़ रु. के फसल कर्ज का लाभ किसानों को दिया गया है.

    हालांकि यह फसल कर्ज तहसील के 48 सेवा सहकारी संस्थाओं के कुल 10,299 सभासद किसानों को दिया गया है. कर्ज के आधार पर होती है फसलों की लगाई तहसील में कुल 48 सेवा सहकारी संस्था कार्यरत है. इन संस्थाओं के तहत नियमित रूप से सभासद किसानों को फसल कर्ज उपलब्ध कराई जाती है. तहसील के अधिकांश किसानों द्वारा फसल कर्ज के आधार पर विभिन्न फसलों की खेती की जा रही है.

    अधिकांश किसान करते हैं धान की खेती तहसील के अधिकांश क्षेत्र में किसानों द्वारा खरिफ के दौरान धान फसल की खेती की जाती है. हालांकि तहसील के कुछ क्षेत्र में अन्य फसलें भी लगाई जाती है. धान फसल का क्षेत्र अधिक होने के कारण किसानों द्वारा धान फसल के लिए खरीफ में कर्ज उठाया जाता है.

    तहसील में कुल 48 सेवा सह. संस्थाएं खरीफ एवं रबी के दौरान खेतों में विभिन्न फसलों की बुआई एवं रोपाई के लिए आवश्यक फसल कर्ज उपलब्ध होने के लिए तहसील में कुल 48 सेवा सहकारी संस्थाओं का निर्माण किया गया है, जिसके द्वारा हर वर्ष किसानों को फसल कर्ज उपलब्ध कराई जाती है.

    इस वर्ष पिछले 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक 48 संस्थाओं के कुल 10,299 सभासद किसानों को 48.91 करोड़ रु. का फसल कर्ज वितरित किया गया है. 34,000 हे. में विभिन्न फसलों की बुआई खरीफ में हर वर्ष तहसील के लगभग 34,000 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बुआई की जाती है. हालांकि बुआई किए गए क्षेत्र में लगभग 25,776 हेक्टेयर क्षेत्र में धान फसल लगाई जाती है. जबकि शेष 8,199 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, तुअर, हल्दी, कपास, तिल, गन्ना आदि फसलें लगाई जाती है.