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भंडारा. देश में अनाज का उत्पादन लेनेवाला किसान व सीमा पर रक्षा करनेवाले जवान दोनों ही देश के महत्वपूर्ण वर्ग में गिने जाते हैं. किसानों के सुशिक्षित लड़के पुलिस व सैन्यदल में जाने के लिए उत्सुक रहते हैं. इसके लिए पूर्व तैयारी शुरू है, किंतु खुर्शीपार में व्यायामशाला नहीं होने से गांव के युवक, युवती गांव के बाहर स्थित श्मशानभूमि में प्रशिक्षण ले रहे हैं.

कर रहे भर्ती की तैयारी
खुर्शीपार गांव की जनसंख्या 350 से 400 के आसपास है. 16 से 30 आयु वर्ग के युवक युवतियों की संख्या 80 से 100 है. फिलहाल 25 से 30 लड़के लड़कियां सैनिक व पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे हैं. आज तक इस गांव के 8 से 9 युवक सैन्य व पुलिस दल में कार्यरत हैं. गांव के युवक व युवतियां प्रात: से ही प्रशिक्षण लेते हैं. गांव में व्यायाम शाला नहीं होने से युवाओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है. 

जुटाई सामग्री
गांव के युवाओं ने सामग्री का जुगाड़ कर श्मशानभूमि को ही व्यायामशाला बना दिया है. यहां के युवकों में सैन्यदल व पुलिस सेवा करने के प्रति एक अलग उत्साह निर्माण हुआ है. प्रशिक्षण लेनेवाले बेरोजगार, गरीब परिवार के होने के कारण उनके पास सामान खरीदी के लिए पैसे नहीं है, किंतु उनके मन में निर्माण हुई जिद के कारण स्पर्धा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने का आत्मविश्वास निर्माण हुआ है. 

प्रशासन से की मांग
जिला प्रशासन से गांव में ही व्यायामशाला मंजूर कर सामग्री आपूर्ति करने की मांग सचिन, सोमेश्वर, यशपाल, आशीष, नीलेश, दिगंबर मस्के, कपिल थोटे, मिनल, भाग्यश्री, समीर मस्के आदि युवक युवतियों ने की है.

निजी प्रशिक्षण के लिए पैसे नहीं
खुर्शीपार निवासी कृष्णा पंचबुधे ने बताया कि निजी प्रशिक्षण के लिए पैसे नहीं होने से स्वयं ही प्रशिक्षण लेकर स्पर्धा परीक्षा में हिस्सा लेते हैं. किंतु मार्गदर्शन और सामग्री की कमी की वजह से अंतिम स्पर्धा परीक्षा में एक दो अंक कम पड़ते हैं. गांव में व्यायाम शाला उपलब्ध होने पर यहां के युवक युवतियां के भर्ती में कुछ तो प्रतिशत बढ़ेगा.