महिला कांग्रेस ने जलाए चूल्हे, केंद्र सरकार का विरोध, साइकिल रैली कर किया प्रदर्शन

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    लाखनी . पिछले 7 वर्षों में महंगाई ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. हर सामान दिन-ब-दिन महंगा होता जा रहा है. हालही के दिनों में पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस खरीदना आम आदमी की पहुंच में नहीं रह गया है. जबकि यह सब हो रहा है फिर भी मोदी सरकार ने लोगों को कोई राहत नहीं दी है. बल्कि हर जगह टैक्स के रूप में पैसा लिया जा रहा है और आम जनता को लूटा जा रहा है. लाखनी तहसील युवा कांग्रेस ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया. और महिला कांग्रेस ने घरेलू गैस और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में चूल्हा जलाया.

    आसमान छू रही खाद्य व दालों की कींमतें

    कांग्रेस ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जहां कच्चे तेल की कीमतें कम हैं. वहीं मोदी सरकार बेवजह टैक्स लगाकर आम जनता को परेशान कर रही है. एक घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 900 रुपये तक पहुंच गई है. उज्ज्वला योजना में शामिल आम लोग अब इस गैस सिलेंडर का खर्च नहीं उठा सकते हैं.

    ईंधन की बढ़ती कीमतों ने सार्वजनिक व माल ढुलाई लागत को और अधिक महंगा बना दिया है. खाद्य तेल की कीमतें आसमान छू गई हैं और दालों की कीमतें आसमान छू गई हैं. एक तरफ जहां लोगों के लिए कोई काम नहीं है तो दूसरी तरफ देश का मध्यम वर्ग महंगाई की भारी समस्या से जूझ रहा है.

    लाखनी तहसील कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन पंचभाई की उपस्थिति में और लाखनी कांग्रेस तहसील अध्यक्ष राजू निर्वाण के नेतृत्व में साइकिल रैली आयोजित करके विरोध किया.  राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में केंद्र सरकार से कहा गया है कि वह तुरंत बढ़ोतरी को वापस ले और जनता को राहत प्रदान करे.

    इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष शफी लद्धानी, सेवादल के जिलाध्यक्ष कैलास भगत, ओबीसी विभाग जिलाध्यक्ष रवि भुसारी, महासचिव धनंजय तिरपुडे, ज्ञानेश्वर रहांगडाले, डा. चंद्रकांत निंबार्ते, लाखनी शहराध्यक्ष पप्पू गिरेपुंजे, पूर्व जिप. सदस्य जयकृष्ण फेंडरकर, आकाश कोरे, रूपलता जांभुलकर, पूर्व नगराध्यक्ष कल्पना भिवगडे, अनिल निर्वाण, भोला उइके, पंकज शामकुंवर, सुनील पटले, घनश्याम देशमुख, मोनाली गाढवे सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.