मास्क बनाकर कोरोना काल को दी मात, राम-जानकी ने जीता लोगों का मन

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भंडारा (का). मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखते हुए राम-जानकी की पूजा अर्चना की, ठीक उसी तर्ज पर भंडारा नगरी में कोरोना काल में पुलिस कर्मियों को मॉस्क बनाकर देने वाले राम-जानकी की सर्वत सराहना की जा रही है. 

संकट के काल में कोरोना योद्धाओं को मुफ्त मॉस्क वितरित करके समाज सेवा का आदर्श प्रस्तुत किया है. लॉकटाऊन काल में लगभग 2000 मॉस्क वितरित करके राम घोटेकर तथा उनकी पत्नी जानकी घोटेकर ने अपनी चिंता न करके जिस तरह से पुलिस विभाग से जुड़े लोगों की चिंता की, उनकी इस सोच की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है. पुलिस अधीक्षक ने भी राम-जानकी के इस सेवाकार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की है.

चीन की वुयान शहर से विश्व भर में फैले कोरोना वाइरस ने भंडारा शहर को भी अपने चपेट में लिया. कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने अपनी ओर से भरसक प्रयास किए. बचाव के लिए केंद्र सरकार की ओर से जो दिशा- निर्देश दिए गए थे, उसके अनुपालन में एक नागरिक के रूप में क्या योगदान किया जा सकता है, इसके बारे में टेलरिंग व्यवसाय से जुड़े लोग राम घोटेकर तथा उनकी पत्नी जानकी ने कोरोना योद्धाओं की सूची में शामिल तथा जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने वाले पुलिस कर्मियों पर कोरोना का हमला न हो इसलिए हर पुलिस कर्मी को मॉस्क वितरित करने का निर्णय लिया और सभी कर्मियों के बीच उसे नि:शुल्क वितरित किया.

कोरोना काल में घोटेकर दंपत्ति के समक्ष आर्थिक संकट था. उनकी दुकान लॉकडाउन की वजह से बंद पड़ी थी, उनके समक्ष उदरनिर्वाह का संकट भी था, लेकिन इन सबके बीच इस परिवार ने अपनी परवाह न करके लोगों को कोरोना के कहर से बचाने में अहम भूमिका निभा रहे पुलिस कर्मियों पर कोरोना का हमला न हो जाए, इसके लिए पुलिस कर्मियों को मॉस्क बनाकर वितरित करने का निश्चय किया और अपने लक्ष्य को पूरा भी किया. 

कोरोना काल में अपनी हालत पर रोने की जगह दूसरों के लिए कुछ करने का लक्ष्य सामने रखकर घोटेकर परिवार ने रात दिन काम करके कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा के लिए मॉस्क बनाए. एक के बाद एक करके इस परिवार से 2000 मॉस्क बनाए. मॉस्क बनाने के इस कार्य में राम-जानकी के पुत्र रोशन तथा पुत्री अदिति ने भी योगदान दिया. पुलिस कर्मियों के अलावा इस परिवार ने उन लोगों को भी मॉस्क वितरित किए जिनके पास मॉस्क नहीं था.  

पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मानित

जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के साथ-साथ भंडारा शहर, कारधा, मोहाडी, तुमसर, अड्याल, वरठी इन पुलिस थानों में जाकर राम घोटेकर ने स्वयं जाकर मॉस्क वितरित किए. स्वयं प्रेरणा तथा पुलिस विभाग के लोगों के लिए जो कोरोना में आम नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता करते हैं, उनके लिए कुछ करना है, ऐसा सोचकर मॉस्क बनाकर उन्हें नि:शुल्क वितरित करने की प्रेरणा आयी, जब इस बात की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे को मिली तो उन्होंने राम घोटेकर को अपने कार्यालय में बुलाकर उन्हें सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया. इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक छोटे से व्यवसायी के मन में दूसरों के प्रति चिंता करने का विचार आना सचमुच बड़ी बात है. पुलिस अधीक्षक ने घोटेकर के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि समाज सेवा जरूरी है, उसकी विशालता मायने नहीं रखती, मायने रखता है, उसके पीछे का ध्येय, जिसे घोटेकर से साबित कर दिखाया है.